लखनऊ: लविवि में स्वास्थ्य एवं आनंद विषय पर संगोष्ठी आयोजित

डे नाईट न्यूज़ हैप्पी थिंकिंग लैब और हिंदी तथा भारतीय भाषा विभाग,लखनऊ विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से स्वास्थ्य एवं आनंद विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के उत्तर प्रदेश के समन्वयक अनुराग सिंह ने  जीवन जीने की पद्धति पर विस्तृत व्याख्यान दिया।

उन्होंने कहा कि साहित्य और अध्यात्म सगी बहने हैं। मानव अस्तित्व के सात स्तर हैं शरीर,सांस, मन, बुद्धि ,चित्त ,अहंकार और आनंद। आनंद के लिए मनुष्य को अपने अहंकार पर विजय प्राप्त करनी पड़ती है तथा अपने मन को नियंत्रित करने के लिए सांसो को विशेष रूप से संयमित करना पड़ता है। स्वास्थ्य एवं आनंद मनुष्य की मूलभूत जरूरत है। इस क्षेत्र में अनेक चुनौतियां हैं जिन्हें ध्यान, योग,उदात्त मानवीय मूल्य,सदाचार एवं अस्तित्व के भाव से जीता जा सकता हैं।

मनोविज्ञान की विदुषी व हैप्पी थिंकिंग लैब की संस्थापक प्रो.मधुरिमा प्रधान ने वैज्ञानिक ढंग से शरीर और मन संबंधी तथ्यों से अवगत कराया। वहीं,डॉ.वैशाली सक्सेना के उद्बोधन से युवाओं के जीवनोपयोगी विचारों से छात्रगण लाभान्वित हुए। प्रो.रश्मि कुमार, विभागाध्यक्ष ने अपने स्वागत वक्तव्य में महापुरुषों के जीवन मूल्य के माध्यम से स्वास्थ्य एवं आनंद पर वक्तव्य दिया।

इस अवसर पर विभाग में अमृतलाल नागर की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई तथा आनंद और स्वास्थ्य के लिए अमृतलाल नागर की रचनाओं से संदर्भ दिए गए। कार्यक्रम का संचालन प्रो.हिमांशु सेन ने कुशलता पूर्वक किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. वाईपी सिंह ने किया। इस अवसर पर विभाग के समस्त शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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