पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दिल्ली के निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। उनके पार्थिव शरीर को सेना की तोपगाड़ी पर घाट लाया गया था। यहां तीनों सेनाओं ने उन्हें सलामी दी। इसके बाद अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं। सोनिया, प्रियंका, राहुल और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति मुर्मु, प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ भी अंतिम विदाई देने पहुंचे।
राहुल बोले- निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार मनमोहन सिंह का अपमान, केजरीवाल ने कहा- केंद्र स्मारक के लिए जमीन नहीं दे सका
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने X पर लिखा, ‘डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर केंद्र सरकार ने उनका अपमान किया है। वे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं।’ वहीं केजरीवाल ने कहा, ‘मनमोहन के अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए बीजेपी सरकार 1000 गज जमीन भी न दे सकी। अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था।’विवाद कहां से शुरू हुआ: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 27 दिसंबर को PM मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लेटर लिखा। कहा था कि डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार जहां हो, वहीं स्मारक बनाया जाए। इस पर गृह मंत्रालय ने कहा कि स्मारक के लिए उचित जगह तलाशी जाएगी और ट्रस्ट बनेगा, जिसमें समय लगेगा। शनिवार को BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘डॉ. सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी गई। इसके बारे में उनके परिवार को भी जानकारी दी गई है।’ हालांकि नड्डा ने यह नहीं बताया कि जमीन कहां दी गई है।