त्रिपुरा के सभी होटलों ने बांग्लादेशी नागरिकों के लिए सेवाएं बैन कर दी हैं। अशांति से पहले हर महीने करीब 2-3 सौ बांग्लादेशी अगरतला के अस्पतालों में इलाज के लिए आते थे। होटलों में बैन के चलते अब मरीजों और उनके परिजनों को ठहरने में मुश्किल हो रही है।
ऑल त्रिपुरा होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसिएशन (ATHROA) के कोषाध्यक्ष, विश्वजीत पाल ने फोन पर बताया कि बांग्लादेश में भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया है। बांग्लादेश में भारतीय बस यात्रियों को परेशान किए जाने और हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार के कारण एसोसिएशन ने यह फैसला लिया है।
विश्वजीत पाल ने कहा, ‘अगर इस फैसले से हमारे बिजनेस को नुकसान होता है तो हमें इसकी परवाह नहीं है। हम देश का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। देश के लिए हम व्यापारिक नुकसान झेलने को भी तैयार रहते हैं।’