
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए राजनीति विज्ञानी और यूरेशिया समूह के अध्यक्ष इयान ब्रेमर ने कहा कि वह भारत-पाक युद्ध विराम के अपने दावों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आसानी से शर्मिंदा नहीं कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ना कहना पसंद किया। ब्रेमर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने के डोनाल्ड ट्रम्प के बार-बार किये गए दावों का जिक्र कर रहे थे, हालांकि नई दिल्ली ने इस दावे का खंडन किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ब्रेमर ने कहा चीनी ट्रंप के सामने डटे रहे हैं। और रूस भी ट्रंप के सामने डटा है और मुझे लगता है कि मोदी उसी स्थिति में हैं।मोदी भारत-पाकिस्तान मुद्दे पर ट्रंप को शर्मिंदा नहीं कर सकते थे। लेकिन इसके बजाय, मोदी ने सार्वजनिक रूप से यह कहने का फैसला किया, ‘नहीं, आपका इससे कोई लेना-देना नहीं है। वाकई वैश्विक मंच पर ट्रंप को शर्मिंदा कर दिया। इयान ब्रेमर ने उन देशों की ओर इशारा किया जिन्होंने डोनाल्ड ट्रंप का विरोध किया है। वह मुख्य रूप से दुनिया को अपनी ताकत दिखाने में रुचि रखते हैं। ब्रेमर ने कहा कि उनका मानना है, ‘मैं ताकतवर हूँ, मैं राष्ट्रपति हूँ; आपको मेरी बात सुननी होगी।इस साल जुलाई में पीएम मोदी ने लोकसभा को संबोधित करते हुए ट्रम्प के भारत-पाक युद्धविराम के दावों को खारिज कर दिया और कहा, दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए नहीं कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने युद्धविराम पर सहमति होने से एक दिन पहले 9 मई को उन्हें फोन करने की कोशिश की थी, लेकिन कॉल का जवाब नहीं दिया जा सका क्योंकि पीएम मोदी सेना के साथ बैठक में थे।