उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की भेंट


👉 छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक निर्माण की ऐतिहासिक पहल को मिली गति

लखनऊ ।आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज के भव्य स्मारक निर्माण को लेकर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। कोठी मीना बाजार की भूमि के अधिकरण से संबंधित विस्तृत प्रशासनिक रिपोर्ट आगरा प्रशासन द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को सौंप दी गई है। इस ऐतिहासिक पहल को गति देने हेतु सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री एवं आगरा दक्षिण से विधायक योगेन्द्र उपाध्याय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की।

उच्च शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि स्मारक निर्माण केवल स्थापत्य परियोजना नहीं, बल्कि यह राष्ट्र की वीर परंपरा, सांस्कृतिक विरासत एवं युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना को सुदृढ़ करने की दिशा में प्रेरक पहल होगी। उन्होंने यह भी कहा कि आगरा जैसे ऐतिहासिक नगर में यह स्मारक शिवाजी महाराज के अद्भुत शौर्य, बुद्धिचातुर्य एवं योजनात्मक कौशल की स्मृति को जीवंत करेगा, जिससे देशभर के पर्यटक एवं विद्यार्थी प्रेरणा प्राप्त करेंगे।

मंत्री उपाध्याय ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि आगरा प्रशासन द्वारा संस्कृति एवं पर्यटन विभाग को भेजी गई अधिकरण रिपोर्ट पर शीघ्रता से कार्यवाही की जाए ताकि स्मारक निर्माण की प्रक्रिया को जल्द प्रारंभ किया जा सके। मुख्यमंत्री को अधिग्रहण प्रक्रिया आगे बढ़ाने हेतु एक प्रतिवेदन भी सौंपा गया। इस अवसर पर डॉ. अलौकिक उपाध्याय भी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय द्वारा विगत कई वर्षों से कोठी मीना बाजार पर छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक एवं संग्राहालय स्थापित करने की मांग की जाती रही है। उनका मानना है कि यह वही स्थान है जहां औरंगजेब ने शिवाजी महाराज को छलपूर्वक बंदी बनाकर रखा था और यहीं से शिवाजी महाराज ने योजनाबद्ध ढंग से मुगलों के बंदीगृह को भेदकर ऐतिहासिक पलायन किया था। यह घटना उनकी विलक्षण रणनीतिक क्षमता एवं साहस का प्रतीक है, जिसे भावी पीढ़ियों तक पहुँचाना आवश्यक है।

उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षा मंत्री 27 अप्रैल 2025 को आगरा सर्किट हाउस में उन्होंने मंडलायुक्त शैलेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी एवं आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एम. अरुणमोली से बैठक कर कोठी मीना बाजार के अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे। जिसके फलस्वरूप जून के प्रथम सप्ताह में आगरा प्रशासन ने अधिकरण की संस्तुति पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को प्रेषित कर दी थी।

इतिहासकारों की एक शोध टीम के सहयोग से यह तथ्य सामने आया है कि उक्त कोठी जयपुर नरेश मिर्जा राजा जयसिंह के पुत्र राजा राम सिंह की थी, जिसमें शिवाजी महाराज को बंदी बनाकर रखा गया था। यह स्थल महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बीच ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक एकात्मता का प्रतीक बन सकता है।

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