
बजट सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा परिसर के अंदर पान-मसाला थूकने के मामले में स्पीकर सतीश महाना खुद अब इस पर नजर रख रहे हैं। महाना ने परिसर के भीतर पान-मसाला खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही थूकने वालों पर जुर्माना लगाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जो विधायक या कर्मचारी पान मसाला चबाते हुए मिलेगा, उसके ऊपर 1 हजार रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। स्पीकर ने चेतावनी दी कि अगर दूसरी बार भी कोई ऐसा करता पाया जाएगा तो उसे सबके सामने शर्मिंदा किया जाएगा।
विधानसभा में जब सत्र नहीं चलता होता है, तब सफाई प्रक्रिया लगातार जारी रहती है। जब सत्र चलता है तब सफाई कर्मचारी सुबह सात से साढ़े सात के बीच आ जाते हैं। करीब चार घंटे बाद विधायकों का आना शुरू होता है। इसके पहले कर्मचारी सफाई प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं।
व्यवस्था अधिकारी दीपक मिश्रा ने बताया कि विधानसभा हॉल में आठ वॉशरूम हैं। सत्र चलने से पहले रात तक सभी विधायकों के बेंच और डेस्क की साफ सफाई हो जाती है। सुबह एक बार फिर से सफाई की जाती है। जब सत्र नहीं चलता होता है, तब भी विधानसभा परिसर की सफाई चलती रहती है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा को साफ सुथरा रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
आपको बता दें कि 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर योगी आदित्यनाथ ने साफ सफाई को लेकर कड़ा रुख अपनाया था। उन्होंने सरकारी दफ्तरों में पान मसाला खाकर थूकने वालों पर 500 रुपये जुर्माना लगाने का ऐलान किया था। योगी की घोषणा के बाद सभी सरकारी दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई थी।