कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है- प्रो सिंह

पर्यावरण एवं कृषि : नई तकनीकी के अनुप्रयोग विषय पर अंतर्राष्टीय सम्मेलन का समापन

 प्रयागराज : सोसाइटी आफ बायोलॉजिकल साइंसेज एंड रूरल डेवलपमेंट प्रयागराज का दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन कार्यक्रम हिंदुस्तानी अकादमी सिविल लाइन प्रयागराज के सभागार में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में सभी अतिथियों का स्वागत डॉक्टर डी स्वरूप वैज्ञानिक पशुपालन सी एस ए यू ए एंड डी कानपुर उत्तर प्रदेश ने किया। 

आयोजन समिति की सचिव डॉक्टर हेमलता पंत ने एस बी एस आर डी प्रयागराज की प्रगति आख्या के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सह सचिव डॉक्टर ज्योति वर्मा ने सम्मेलन की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस सम्मेलन में दो मौखिक सत्र प्रस्तुत किए गए। इस सत्र की अध्यक्षता क्रमशः डॉक्टर संतोष श्रीवास्तव सह अध्यक्षता डॉ कामिन एलेक्जेंडर, डॉ जया त्रिपाठी एवं रिपोर्टिंग क्रमशः डॉक्टर दुर्गेश नंदिनी एवं अंकिता कुशवाहा ने की। 

इस सम्मेलन में गेस्ट आफ ओनर कॉर्डेट फूलपुर के प्राचार्य डॉक्टर हरीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि हमें अपने कृषि में वृद्धि हेतु अब रसायनों के साथ-साथ विभिन्न जैव उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए। डॉक्टर हरीश कुमार ने कार्डेट में बने नैनो यूरिया एवं नैनो फास्फोरस के विषय में विस्तार से बताया तथा कार्डेट में हो रहे महिलाओं के लिए ड्रोन प्रसंपन की विस्तृत चर्चा भी की।

 इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य अतिथि विभागाध्यक्ष ,जंतु विज्ञान विभाग, इविवि प्रयागराज प्रोफेसर के पी सिंह थे। डॉक्टर सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि पर्यावरण में निरंतर बदलाव होने से तथा ग्लोबल वार्मिंग होने से हमारी कृषि प्रभावित हो रही है। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमें कृषि के क्षेत्र में हो रहे नूतन आयामो, नवाचारों एवं नई-नई तकनीकी को सीखने की आवश्यकता है। कृषि एवं पर्यावरण में पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु नवीन शोधों की लगातार आवश्यकता है । कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन शिमोनी सिंघल एवं दीपांजना पड़ी ने किया। इस सम्मेलन में प्रोफेसर के. पी .सिंह एवं डॉक्टर हरीश कुमार को क्रमशः लाइव टाइम अचीवमेंट पुरस्कार एवं डिस्टिंग्विश सर्विस पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। इस सम्मेलन में डॉ मनोज कुमार सिंह , डॉ पल्लवी राय, डॉ मनीषा त्रिपाठी, डॉ निशि सेवक, डॉ मंजू तिवारी, मंगला पांडे, डॉ नीरजा शुक्ला डॉ विपिन कुमार , डॉ विवेक श्रीवास्तव ,डॉ डाखम जेम्स, डॉक्टर प्रमोद कुमार यादव, आदिल शर्मा, अनुराधा,  निधि गुप्ता, सालेहा खान, गरिमा सिंह, शिवानी मौर्य, शिवम शुक्ला, हेमलता, प्रियांशी सिंह ,संध्या पाल , समीना सिद्दीकी सहित दर्जनों शोध छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।

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