नाटक “दो औरतों” का भव्य मंचन, समन्वय रंग मंडल की शानदार प्रस्तुति

 प्रयागराज। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज समन्वय रंग मंडल के कलाकारों ने नाटक “दो औरतें”का मंचन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शिवकुमार राय एडिशनल कमिश्नर आयकर विभाग प्रयागराज उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में संस्था के सदस्य सुशील कुमार राय ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। 

नाटक इजरायली कहानीकार एमोस ओज की कहानी दो औरते का नाट्य रूपांतरण है। वान्या और वरुण पति पत्नी है वान्या के अनुसार जब उनकी जिंदगी में सब कुछ परफेक्ट चल रहा होता है एक दिन वरुण वान्या को सूचित करता है कि वह एक दूसरी स्त्री से संबंध में है और अब उसी के साथ रहने के लिए वान्या को छोड़कर जा रहा है। वरुण चला जाता है। यह सब कुछ इतना अचानक होता है कि वान्या इसे स्वीकार नहीं कर पाती वान्या दूसरी स्त्री ईशा के बारे में पता लगाती है। वह वरुण के स्वास्थ्य को लेकर ईशा को कुछ सलाह भी देती है।

वान्या की सहृदयता  देखकर ईशा को आत्मग्लानि होती है । वह भी वान्या को पत्र लिखती है तथा अपने और वरुण के संबंधों को लेकर माफी मांगती है धीरे-धीरे वान्या को यह एहसास होता है कि वरुण उसे छोड़कर जा चुका है और उसकी ईशा से घनिष्ठता वरुण और ईशा के वैवाहिक जीवन में बाधा पैदा कर सकती है समय के साथ वान्या वरुण से अपने संबंध विच्छेद को स्वीकार कर लेती है और जीवन में आगे बढ़ने का निर्णय ले लेती है।

 नाटक में वान्या की भूमिका में वैशाली शुक्ला  ईशा की भूमिका में हिमांशी चौरसिया एवं वरुण के भूमिका में मदन कुमार ने सुंदर अभिनय किया प्रकाश परिकल्पना एवं निर्देशन निखिलेश कुमार मौर्य पार्श्व  ध्वनि संचालन और अरनव राय प्रस्तुति प्रबंधन सुशील कुमार राय एवं नाट्य निर्देशन सुषमा शर्मा का था। कार्यक्रम के अंत में संस्था ने अपने संस्था में काम करने वाले महिला रंग कर्मियों का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया।

Back to top button