महोबा: 13 फरवरी तक घर-घर चलाया जाएगा जागरूकता अभियान

डे नाईट न्यूज़ कुष्ठ रोग को ग्रामीण इलाकों में आज भी कुछ लोग देवी-देवताओं का प्रकोप या पूर्व जन्म का अभिशाप मानते हैं। लेप्रोसी यानी कुष्ठ रोग को लेकर लोगों में भ्रांतियां हैं। समय पर पहचान और इलाज से कुष्ठ रोग ठीक हो सकता है। यह बातें  सीएमओ सभागार पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. डीके गर्ग ने कहीं।  सीएमओ ने जिलाधिकारी का संदेश पढ़कर सुनाते हुए कहा कि स्वस्थ शरीर इंसान की सबसे बड़ी पूंजी है, लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जो हमें शारीरिक रूप से तो हानि पहुंचाती ही हैं, साथ ही मानसिक और सामाजिक रूप से भी आघात पहुंचाती हैं।

ऐसी ही बीमारी लेप्रोसी यानी कुष्ठ रोग है। कहा कि कुष्ठ रोग विश्व की सबसे पुरानी और गंभीर बीमारियों में से एक है। इसके नाम से ही लोगों के मन में हीन भावना उत्पन्न हो जाती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इस बीमारी के कारण रोगी का शरीर विकृत हो जाता है। दूसरा कारण इससे जुड़ी कुछ गलत धारणाएं भी हैं।  जिला कुष्ठ अधिकारी डाॅ. अनिल कुमार ने बताया कि कुष्ठ रोगियों की पहचान के लिए 13 फरवरी तक घर-घर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। रोगियों को सेल्फ केयर किट दी जाएगी। जनपद में मौजूदा समय में 29 रोगी उपचाराधीन हैं 84 रोगियों को पेंशन भी मिल रही है।

उन्होंने बताया कि जिला पुरुष व महिला अस्पताल सहित सभी सीएचसी, पीएचसी व उपकेंद्रों में कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। गोष्ठी में एसीएमओ डाॅ. वीके चैहान, डाॅ. बीएम खैर, डाॅ. आशीष पटेरिया, मोहम्मद अंसार, डाॅ. सुशील खरे, आरपी निरंजन, गिरिराज कश्यप, फिरोज अहमद, शिव कुमार, ओंकार प्रकाश, मनोज कुमार लाल, वली मोहम्मद, मोहम्मद साहिल सहित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।

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