भोपाल: किशोर अपराध की दुनिया में न जाएं, बीट प्रभारी करेंगे काउंसलिंग

डे नाईट न्यूज़ अपराधों की रोकथाम करने और आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस आयुक्त मरकंद देउस्कर ने बीट प्रभारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। खासकर किशोर अपराध की दुनिया में कदम न रखें इसके लिए बीट प्रभारी उनकी काउंसलिंग करेंगे। घर जाकर ये उनके परिजन को बच्चे की संगत के बारे में बता आगाह करेंगे। ताकि किशोर, बदमाशों की जद में न आएं।

ऐसे उभरते बदमाशों के साथ घूमने वाले किशोरों की पुलिस सूची तैयार कर रही है। अक्सर देखने में आता है कि इलाके के बदमाश की शोहरत देखकर नए लड़के (किशोर) उनके साथ घूमने लगते हैं। वे नहीं जानते कि आगे जाकर बदमाश के साथ उनका भी आपराधिक रिकार्ड बनेगा और वे भी अपराधी कहलाएंगे। इस कड़ी को रोकने के लिए और नए अपराधी पैदा न हो इसके लिए पुलिस कमिश्नरेट एक प्रयोग करने जा रही है। थाने के बीट प्रभारी की जिम्मेदारी पुलिस आयुक्त ने सर्कुलर जारी कर तय की है। अब बीट प्रभारी की जिम्मेदारी रहेगी कि उनकी बीट में कोई नया गुंडा या बदमाश न बने। इसके लिए वे बदमाश के साथ धूमनेवाले किशोर के घर जाएंगे।

उनकी काउंसलिंग कर बदमाश से दूर रहने और संगत सुधारने के लिए परिजनों को आगाह करेंगे। बीट प्रभारी को ही अपने इलाके में ऐसे किशोर चिन्हित करने होंगे जो बदमाश के साथ घूम रहे हों और उनका आपराधिक रिकार्ड न हो। जानकारी के मुताबिक, राजधानी पुलिस अब जिन नए बदमाशों के खिलाफ 110 की कार्यवाही करने जा रही है। उनकी सूची तैयार हो रही है। ऐसे बदमाशों के साथ घूमने वाले किशोरों को चिन्हित किया जा रहा है। जिनकी संख्या करीब 300 से अधिक आंकी गई है। पिछले एक साल में राजधानी पुलिस ने करीब छह हजार बदमाशों को बाउंड ओवर किया था।

अब पुलिस नए सिरे से फिर से बदमाशों को बाउंड ओवर करने जा रही है। पुलिस का मकसद है अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले ही यदि किशोर को चेताया जाए तो शायद वह संभल सकता है और अपराधों की संख्या में कमी आएगी। पुलिस आयुक्त मकरंद देउस्कर का कहना है कि बीट प्रभारी समय-समय पर ऐसे नए लड़कों से मुलाकात कर संगत सुधारने और नेक चलनी के लिए प्रेरित करेगी। बदमाशों ने दूर रहने की हिदायत देते हुए उसके दुष्परिणाम भी बताएगी। इससे किशोरों को अपराध जगत में जाने से रोकने में मदद मिलेगी।  

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