भोपाल , मप्र में रिकॉर्ड जीत के लिए शिवराज और वीडी  शर्मा   के बीच मुकाबला

 
भोपाल : मध्य प्रदेश में चुनाव अभियान गति पकड़ चुका है। भाजपा लगातार तीसरे चुनाव में क्लीन स्वीप करने की स्थिति में है। पार्टी इस बार कम से कम 20 लोकसभा क्षेत्रों में जीत का अंतर चार लाख से ऊपर ले जाएगी। प्रदेश में सबसे बड़ी जीत के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के बीच कड़ा मुकाबला है। दोनों की जीत का अंतर छह से सात लाख के लगभग होने का अनुमान है। विदिशा लोकसभा क्षेत्र जहां भाजपा और हिंदुवादियों का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है, वहीं खजुराहो सीट कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को देकर विष्णु दत्त शर्मा को एक तरह से वाक ओवर दे दिया है। शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कांग्रेस ने प्रताप भानु शर्मा जैसे दो बार के सांसद रहे अनुभवी नेता को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन मौजूदा दौर में वो शिवरजा सिंह चौहान को चुनौती नहीं दे पा रहे हैं, क्योंकि प्रताप भानु अब आउटडेटेड हो चुके हैं। विदिशा भाजपा का इतना बड़ा गढ़ है कि जब से यह लोकसभा क्षेत्र अस्तित्व में आया है यानी 1967 के बाद से अब तक भाजपा या भारतीय जनसंघ यहां केवल दो बार चुनाव हारी है। 1980 और 1984 दोनों ही चुनाव में प्रताप भानु शर्मा ने दो जीतें दर्ज की थी। अन्यथा यहां हमेशा भाजपा का ही परचम लहराया है। खास बात यह है कि यहां का ग्रामीण क्षेत्र पूरी तरह से भगवामय है। इसी तरह ऐतिहासिक खजुराहो की सीट भी भाजपा का मजबूत गढ़ है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती यहां से चार बार सांसद निर्वाचित हो चुकी हैं। 1999 के  अपवाद को छोड़ दिया जाए तो 1989 से भाजपा यहां हारी नहीं है। कांग्रेसने यह सीट समाजवादी पार्टी को दी। अखिलेश से पहले मनोज यादव और बाद में मीरा यादव  को यहां से उम्मीदवारी दीहै। साफ है कि इस सीट पर विष्णु दत्त शर्मा भारी अंतर से जीतेंगे क्योंकि कांग्रेस के सवर्ण मतदाता समाजवादी पार्टी को वोट करें यह संभव नहीं है। क्षेत्र में ब्राह्मणों और ठाकुरों के लगभग एक लाख 70 हजार मत हैं। यहां तीन लाख मतदाता लोधी और कुर्मी हैं। ओबीसी वर्ग में आने वाले लोधी और कुर्मी दोनों ही भाजपा के मजबूत वोट बैंक माने जाते हैं। कांग्रेस की ओर से विद्यावती चतुर्वेदी दो बार और उनके पुत्र सत्यव्रत चतुर्वेदी एक बार सांसद रह चुके हैं। विष्णु दत्त शर्मा को उम्मीदवार के कारण ब्राह्मण मतदाता भी भाजपा को ही मत डालेंगे। संभव है समाजवादी पार्टी की मीरा यादव की यहां जमानत जप्त हो जाए। वैसे भी ओरदा के राम राजा े कारण समूचे बुंदेलखंड में इस समय राम लहर है। यह भी संभव लग रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद शिवराज सिंह चौहान और विष्णुदत्त  शर्मा   दोनों ही केंद्रीय मंत्रिमण्डल में शामिल हो जाएं क्योंकि विष्णु दत्त शर्मा का भाजपा अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल समाप्त हो चुका है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए उनहें एक्सटेंशन दिया हुआ है।    

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