Dr. Sunil Kr.Mishra (Co-Editor)
भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के इंडिया समूह की कड़ी चुनौती और अप्रत्याशित प्रदर्शन के चलते भाजपा अकेले दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही है।
लोकसभा चुनाव की मंगलवार को हुई मतगणना में राजग को 290 से अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं जबकि इंडिया समूह 230 से अधिक सीट पर जीत दर्ज कर रहा है। मतगणना के परिणामों और रूझानों में भाजपा 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी और कांग्रेस 99 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। वर्ष 2014 के चुनाव के बाद देश में एक बार फिर गठबंधन सरकार की राजनीति वापस लौट रही है जिसमें राजग के घटक दलों तेलुगु देशम पार्टी, जनता दल यू और शिव सेना की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। लेकिन उत्तर प्रदेश ,महाराष्ट्र ,राजस्थान के नतीजों ने बीजेपी के साथ साथ अन्य लोगो को भी चौका दिया,कहते है की उत्तर प्रदेश का यह अप्रत्याशित परिणाम बीजेपी को पूर्ण बहुमत से पहले रोक दिया काश यूपी की हवा लोगो के गुस्से को बीजेपी पहले भाप जाती तो शायद यह नुकसान नहीं होता, बीजेपी देश हित में बहुत अच्छा कार्य कर रही है लेकिन बीजेपी के नेता प्रधानमंत्री मोदी और लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसे जितना चाहते है,ये न क्षेत्र में जायेगे न जनता से जुड़ेंगे और समय समय पर बड़बोलेपन का परिचय देगे। दुनिया से छिपी नहीं है की कैसे अयोध्या का विकास हो रहा है और अयोध्यावासी प्रसन्न है,लेकिन वहा के प्रत्याशी का बड़बोलापन बीजेपी को नुकसान कर गया इसके साथ ही अग्निवीर योजना, और संविधान बदलने का नेरेटिव जो विपक्ष दिया उसका खंडन शीर्ष नेताओं की तरफ से बहुत देरी से हुआ। कांग्रेस और सपा के गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया और कांग्रेस पहली बार रायबरेली,अमेठी से आगे बढ़ी वही सपा पिछले दस वर्षो का सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है।लेकिन सपा प्रमुख को अपने नेताओ और कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रखना होगा नही तो उनके कृत्यों का खामियाजा पुन सपा को उठाना होगा।फिलहाल मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश विकास की नई इबारत लिख रहा है और आगे भी लिखेगा और आशा है जनप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृव में राजग एक मजबूत सरकार बनाएगी।