लखनऊ: सर्तकता अधिष्ठान ने भ्रस्ट दरोगा जी को दबोचा।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पारा थाने की डॉक्टर खेड़ा चौकी के प्रभारी रामदेव गुप्ता को सोमवार शाम विजलेंस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। सतर्कता विभाग की टीम ने 20 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इस दौरान दारोगा ने टीम को धक्का देकर भागने का प्रयास किया लेकिन विजलेंस की टीम ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। सूत्रों के मुताबिक, दारोगा धोखाधड़ी के मुकदमे में प्रतापगढ़ के रहने वाले दिनेश कुमार पटेल का नाम हटाने और अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए घूस ले रहे थे। और यही नहीं विवेचना में नाम बढ़ाने की धमकी भी दे रहा था।
मामला ये था की एटीएम बदल कर एक व्यक्ति से धोखाधड़ी हुई थी, जिस एटीएम से धोखाधड़ी हुई उस बैंक खाते को वह पहले ही बंद कर चुका था। बावजूद इसके दारोगा राम देव गुप्ता मुकदमे की विवेचना में उनका नाम बढ़ाने की धमकी दे रहे थे। जबकि वह व्यक्ति धोखाधड़ी में नहीं शामिल था। जब दारोगा ने ज्यादा परेशान किया तो प्रतापगढ़ के रानीगंज सतखरिया रैनी के रहने वाले दिनेश कुमार पटेल ने बीते दिनों पुलिस अधीक्षक सर्तकता अधिष्ठान (विजलेंस) से दारोगा राम देव गुप्ता की शिकायत की थी।
युवक ने शिकायत में कहा था कि विवेचना में नाम न बढ़ाया जाए इसके लिए दारोगा 20 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। शिकायत मिलने पर एसपी सतर्कता अधिष्ठान द्वारा ट्रैप टीम का गठन किया। शाम को दिनेश रुपये लेकर डॉक्टर खेड़ा चौकी पहुंचे। इस दौरान दारोगा रामदेव गुप्ता द्वारा घूस के रुपये लेते ही टीम हरकत में आगयी और भ्रस्ट दरोगा जी को धर दबोचा।

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