Kerala: पुलवामा हमले पर बयान देकर फंसे एंटो एंटनी, मामले को बढ़ता देख दे डाली सफाई

एंटनी ने कहा कि उन्होंने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह नहीं कहा था कि हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं है। बल्कि वहां मौजूद एक पत्रकार ने पाकिस्तान की भूमिका के बारे में सवाल किया था, जिस पर उन्होंने कोई राय नहीं रखी थी।
कांग्रेस सांसद एंटो एंटनी की पुलवामा हमले पर सवाल उठाने को लेकर लगातार आलोचना हो रही है। मामले को बढ़ता देख अब एंटनी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उनका यह कहना नहीं था कि इसमें पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं है।

एंटनी ने कहा कि उन्होंने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह नहीं कहा था कि हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं है। बल्कि वहां मौजूद एक पत्रकार ने पाकिस्तान की भूमिका के बारे में सवाल किया था, जिस पर उन्होंने कोई राय नहीं रखी थी। कहा जा रहा है कि बुधवार को जब एक रिपोर्टर ने पुलवामा हमले में पाकिस्तान की भूमिका का मुद्दा उठाया, तो पठनमथिट्टा के सांसद ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पूछा था, ‘पुलवामा विस्फोट में पाकिस्तान की क्या भूमिका थी?’

एंटो एंटनी का बयान
कांग्रेस सांसद ने दावा किया था कि पुलवामा में आतंकी हमले की साजिश सरकार ने खुद रची थी। एंटो एंटनी ने आरोप लगाया था कि पुलवामा में 42 जवानों की शहादत के लिए सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा था, ऐसी जगह पर इतनी मात्रा में आरडीएक्स के साथ आप सरकारी मशीनरी की जानकारी के बगैर नहीं जा सकते। कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी कहा था कि 42 जवानों की शहादत के लिए सरकार जिम्मेदार है। एंटो ने कहा था, दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया गया था और उन्हें (जवानों को) जानबूझकर उस विशेष सड़क मार्ग से लाया गया और विस्फोट हुआ। उन्होंने पूछा था, क्या भाजपा द्वारा नियुक्त राज्यपाल ने यही नहीं कहा?

के सुरेंद्रन ने एंटो पर किया हमला
वहीं, भाजपा नेता ने कांग्रेस सांसद पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने साबित कर दिया है कि वह फिर से संसद में पैर रखने के लायक नहीं हैं। इसी मुद्दे पर भाजपा नेता के सुरेंद्रन ने कहा था, पथनमथिट्टा के सांसद एंटो ने यह कहकर देश का अपमान किया है कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने मांग की कि उन पर राजद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

पूर्व राज्यपाल मलिक के बयान पर सहमति

के सुरेंद्रन के बयान पर सफाई देते हुए एंटनी ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद लोगों ने अपनी सोच के अनुसार बयान को पेश किया है। उन्होंने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक साक्षात्कार में कहा था कि सीआरपीएफ के जवानों के बलिदान का राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने मलिक के बयान पर अपनी सौ फीसदी सहमति दी।
उन्होंने पूछा, सत्यपाल मलिक ने सार्वजनिक आरोप लगाए हैं। उनके खिलाफ कोई मामला क्यों दर्ज नहीं किया गया? एंटनी ने दावा किया कि उन्होंने कहा था कि देश में शासन करने वाले राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी बात है, मैंने जो कहा है, मैं उस पर कायम हूं।’

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