हंसने से ही नहीं रोने से भी सेहत को हो सकते हैं हैरान करने वाले फायदे, जाने कैसे

डे नाईट न्यूज़ जैसे खुल कर हंसना सेहत के लिए अच्छा होता है ठीक उसी प्रकार खुल कर रोना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन दुनियाभर में रोने को लेके एक धारणा बना ली गई है कि रोना कमजोर होने की निशानी होती है और दिल के कमजोर लोग ही आंसू बहाया करते हैं। शायद इसलिए पुरुष तकलीफ होने पर भी आंसू बहाने और रोने से बचते हैं। महिलाएं ज्यादातर रो देती हैं, इसलिए उन्हें अधिक भावनात्मक और कमजोर मान लिया जाता है। लेकिन विज्ञान का इस भावनात्मक मसले पर कुछ और ही कहना है। उनका कहना है कि कभी-कभी रोना हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है। जी हां, हंसने की तरह रोने के भी अपने कुछ फायदे होते हैं। रोना भावनात्मक होने की निशानी हो सकती है लेकिन कमजोर होने की नहीं। चलिए जानते हैं रोने से हमारी सेहत को किस प्रकार फायदा हो सकता है।

क्या कहता है रिसर्च?
हार्वर्ड यूनिवर्सिटि ने 2021 में अमेरिकी महिलाएं औप पुरुषों पर एक रिसर्च किया था जिसमें महिलाएं हर महीने 3.5 बार रोती हैं जबकि अमेरिकी पुरुष हर महीने लगभग 1.9 बार रोते हैं. रिसर्चर ने माना कि लोग ना सिर्फ उदासी में अपने आंसू बहाए हैं बल्कि ज्यादा खुश होने पर भी अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आंसू बहाए हैं।

हर आंसू होते हैं अलग
एक्सपर्ट्स ने आंसुओं को तीन अलग-अलग कैटेगरी में डिवाइड किया है – रिफ्लैक्स टीयर्स, कंटीन्यूअस टीयर्स और इमोशनल टीयर्स। रिफ्लैक्स टीयर्स और कंटीन्यूअस टीयर्स आंखों से धूल और गंदगी हटाने और संक्रमण से बचाने में मदद करता है। आंसू में लगभग 98त्न पानी होता है।

रोने के फायदे
1. तनाव कम करने में मददगार
रोते समय हमारे शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर कम होता है, जिससे हमारा तनाव कम होता है। इसके परिणामस्वरूप, हमें आराम मिलता है और मानसिक तनाव कम हो जाता है।

2. भावनात्मक रिलीफ
रोते समय, हमारी भावनाएं व्यक्त होती हैं और हमें स्वयं को शांत करने और सुधार करने का एक माध्यम प्रदान करता है।

3. दिल की सेहत के लिए लाभदायक
रोने से हमारी नसों में रक्त संचार बढ़ता है और हमारा दिल स्वस्थ रहता है। इसके साथ ही, रोने से हमारी दिल की धड़कनें स्थिर होती हैं और रक्तचाप कम होता है।

4. अच्छी नींद में मददगार
दिमागी बेचैनी के चलते रात के वक्त कुछ लोगों को नींद नहीं आती है। ऐसे में रोने से रात में नींद अच्छी आती है क्योंकि रोने से दिमाग शांत हो जाता है।

5. आंखों के लिए बेहतर
रोना सिर्फ दिमाग ही नहीं बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। रोते वक्त आंसू निकलने से आंखों के भीतर छिपे बैठे कई सारे बैक्टीरिया बहकर बाहर निकल जाते हैं जो आंखों को कई रोग होने से बचा सकते हैं।

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