उदयपुर: तेंदुए ने चरवाहे को बनाया शिकार, जबड़े से तोड़ी गर्दन

डे नाईट न्यूज़ जिले में आबादी क्षेत्र में तेंदुओं की सक्रियता बढ़ती जा रही है। जिस अनहोनी की आशंका जताई जा रही थी, वह मंगलवार को हो गई। जिले के लसाडिय़ा क्षेत्र के शोभाजी का गुड़ा पंचायत के मामादेव वेला गांव में तेंदुए ने पशुओं को चारा खिला रहे युवक को अपना शिकार बना लिया।

घटना के समय मामादेव वेला गांव का लखमा (35), पुत्र कानाराम मीणा पशुओं को चारा खिलाते समय खेत की पाल पेड़ के नीचे बैठा था। पीछे से घात लगाते हुए तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। उसने लखमा की गर्दन को अपने जबड़े में दबाया और उसे खींचते हुए ले जाने लगा। उसकी चीख सुनकर कुछ दूरी पर पशुओं को चरा रहा उसका भाई डंडा लेकर तेंदुए के पीछे दौड़ा लेकिन वह लखमा को छोड़कर जंगल में ओझल हो गया।

वहां मौजूद अन्य चरवाहों ने लखमा को संभाला तथा उसे कानोड़ अस्पताल ले जाने लगे कि उसकी मौत हो गई। बताया गया कि तेंदुए के हमले से लखमा की गर्दन से खून का बहना रूक नहीं रहा था। घटना की सूचना पर वनपाल बाबूलाल शर्मा, उप प्रधान धनराज पटेल और शोभाजी का गुड़ा सरपंच शंकरलाल मीणा मौके पर पहुंचे। बताया गया कि लखमा तीन बेटी तथा दो बेटों का पिता था। लखमा और उसके बेटे खेती तथा मजदूरी करके परिवार का गुजारा चलाते हैं, जबकि तीनों बेटियां अभी कुंवारी हैं। लखमा की मौत के बाद उसके परिवार की जिम्मेदारी दोनों बेटों पर आ गई है।

तीन पिंजरा लगाने की तैयारी
क्षेत्र के वनपाल सोनम मीणा का कहना है कि शोभाजी का गुड़ा के आसपास का क्षेत्र वन क्षेत्र है। इस क्षेत्र में तेंदुओं का मूवमेंट रहता है। इससे पहले तेंदुओं ने दुधारू पशुओं का शिकार किया है, लेकिन किसी व्यक्ति पर हमले की यह पहली घटना है। वन विभाग अब क्षेत्र में तीन पिंजरे लगवाने जा रही है। वन विभाग जल्द ही तेंदुए को पकडऩे में सफल रहेगी।

चार लाख का मुआवजा देने का आश्वासन
वन विभाग ने तेंदुए के हमले में मृत लखमा के परिजनों को चार लाख रुपए के मुआवजा दिलाए जाने की घोषणा की है। जिला वन अधिकारी सुनील कुमार तथा विभागीय शूटर डी पी शर्मा सहित अन्य वन अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा मृतक के परिजनों को जल्द ही मुआवजा राशि दिलाए जाने का आश्वासन दिया।

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