स्वामी विवेकानन्दजी की 161वीं जयन्ती’ के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाई गयी।

लखनऊ।

राष्ट्र की एकता व अखंडता के लिए स्वामी विवेकानन्द से प्रेरणा ले युवा स्वामी- मुक्तिनाथानन्द जी

स्वामी विवेकानंद की जयंती पर सुबह 5ः00 बजे शंखनाद व मंगल आरती के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण रामकृष्ण मठ मेँ स्वामी इष्टकृपानन्द द्वारा हुआ।

प्रातः 7ः15 बजे से मठ के प्रमुख स्वामी मुक्तिनाथानन्दजी महाराज द्वारा (ऑनलाइन) सत् प्रसंग हुआ।

स्वामी विवेकानन्दजी की 161वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय युवा दिवस आज प्रातः 10 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक रामकृष्ण मठ, निराला नगर, लखनऊ के सभागार में मनाई गयी तथा हमारे यूटयूब चैनल ‘रामकृष्ण मठ लखनऊ’ के माध्यम से सीधा प्रसारण भी किया गया। जिसमें बडी संख्या में अनेक स्कूलो के छात्र व छात्राओं ने कार्यक्रम में भाग लिया तथा प्रातः रिजर्व पुलिस लाइन से स्वामी विवेकानन्द अस्पताल होते हुए श्री रामकृष्ण मठ तक विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने स्वामी विवेकानन्द की शोभायात्रा निकाली।

वर्ष 1985 में, भारत सरकार ने स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन 12 जनवरी को ’राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में घोषित किया है। तब से रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के सभी केंद्र विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से इस अवसर को मनाते आ रहे हैं।

कार्यक्रम की शुरूआत वैदिक मन्त्रोंचार के साथ दीप प्रज्जवलन रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, लखनऊ के संन्यासियों द्वारा किया गया। उद्घाटन गीत रामकृष्ण मठ, लखनऊ के स्वामी इष्टकृपानन्द व अन्य द्वारा गाया गया।

विवेकानन्द युवा संघ, लखनऊ के समर नाथ निगम के नेतृत्व में स्वामी जी का स्वदेश मंत्र तथा अमृत मंत्र का पाठ समवेत स्वर में किया गया।

इस अवसर पर नागरिक जागरूकता कार्यक्रम के संसाधन व्यक्ति लखनऊ क्षेत्र हरि ओम राय, ने स्वागतीय भाषण दिया।

गदाधर अभ्युदय प्रकल्प (जी.ए.पी.) के सदस्य ओम प्रकाश द्वारा (स्वामी विवेकानन्द द्वारा रचित) एक कविता का पाठ हुआ।

मंच पर बैठे गणमान्य व्यक्तियों का अभिनंदन रामकृष्ण मठ, लखनऊ के अध्यक्ष, श्रीमत् स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा किया गया।

तत्पश्चात कार्यक्रम में चयनित युवा प्रतिभागियों जिसमें विवेकानन्द युवा केन्द्र के सिदार्थ सिंह, सौरभ शर्मा, समरनाथ निगम तथा टेक्नो इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट साइंसेस, लखनऊ के आयुष श्रीवास्तव द्वारा संक्षिप्त भाषण और पाठ का किया गया।

कार्यक्रम की अतिथि डॉ इंदु सुभाष, संस्थापक और एमडी, गाइड, एक समाज कल्याण संगठन, लखनऊ द्वारा युवाओं को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने व्यक्तित्व को विकसित करने के साथ-साथ भारत माता की सेवा, करुणा स्नेह तथा क्षमा के साथ मानवता के अस्तित्व का सम्मान करने के लिए स्वामी विवेकानन्द की सलाह का पालन करना चाहिए।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि सरदार भगत सिंह कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेन्ट, लखनऊ के विवेक तांगरी द्वारा श्रोताओं को ’’राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व’’ पर युवाओं को सम्बोधित किया तथा उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने चरित्र के निर्माण के लिए ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जो सफल जीवन प्राप्त करने के लिए लंबा रास्ता तय करे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और पूर्व डीजीपी, उत्तर प्रदेश के कुलपति प्रो. डॉ0 विक्रम सिंह द्वारा श्रोताओं को ’’राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व’’ पर युवाओं को सम्बोधित किया तथा उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने चरित्र के निर्माण के लिए ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
अध्यक्षीय भाषण रामकृष्ण मठ, लखनऊ के अध्यक्ष, श्रीमत् स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा दिया गया, उन्होंने कहा कि युवावों को जीवन में सफल होने के लिए आत्मविश्वास, शारीरिक क्षमता, मानसिक एकाग्रता तथा दूसरों के प्रति सेवा की भावना रखनी चाहिए। जैसा कि स्वामी जी के गीत ’’बनो और बनाओ’’।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने युवाओं को अपने आप में विश्वास (श्रद्धा) विकसित करने का आशीर्वाद दिया, और कहा कि ‘‘मांसपेशिया लोहे की तरह व मानदंड स्टील की तरह“ बनाए। युवाओं को अपने विचार को सही दिशा में विकसित करने के लिए स्वामी विवेकानन्दजी के कार्यों को भी लक्ष्य बनाना चाहिए।
स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज ने आर्शिवचन देते हुये बताया कि विवेकानन्द केन्द्र संगठन एक अहम भूमिका निभाते हुये राष्ट्र निर्माण के संक्लपों को निरंतर मजबूती प्रदान कर रही है साथ ही साथ उन्होंने बताया कि युवा शक्ति के प्रेरक पुंज व अनुकरणीय आर्दश के रूप में स्वामी विवेकानन्द ने, ‘‘उठो, जागो और जब तक लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती, रूको मत’’ के मूल मंत्र के साथ राष्ट्र की युवा पिढी में नवचेतना, नई ऊर्जा एवं अदभुद आत्मविश्वास का संचार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।

इस अवसर पर पंडित लच्छू महाराज जी के भतीजे कृष्ण सिंह गहरवार को स्वामी विवेकानन्द युवा सम्मान 2024 को मिला। तथा विवेकानन्द समाज गौरव सेवा सम्मान लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विषय के शोधार्थी कार्तिक पांडे को मिला।

विवेकानन्द यूथ हास्टल एसोसिएसन ऑफ इण्डिया के उपाध्यक्ष श्रीमती हेमा वर्मा नायक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।

समापन गीत गदाधर अभ्युदय प्रकल्प, रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, लखनऊ के सदस्यों द्वारा स्वामी विवेकानन्द के ऊपर गाये गये भजन से हुआ।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ तत्पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं में अध्यात्मिक साहित्य एवं स्वामी विवेकानन्दजी की फोटो एवं भोजन के पैकेट का वितरण किया गया।

स्वामी विवेकानन्दजी के जन्मदिवस ‘‘राष्ट्रीय युवा दिवस’’ के अवसर पर आज सायं अवध बार एसोसिएशन द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें रामकृष्ण मठ, लखनऊ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्दजी महाराज मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए।

शाम को संध्या आरती के उपरान्त शाम को संध्या आरती के बाद, उत्तर भारतीय शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम में गायन की प्रस्तुति अक्षय अवस्थी, लखनऊ द्वारा दी गयी जिसमें राग मधुक्ती से गान प्रारम्भ किये फिर बिलंबित ख्याल, दुत्र ख्याल तप राग चरूकेशि में गोस्वामी तुलसी दास की रचना प्रस्तुत किये उस दौरान तबले पर संगत मनीष मिश्रा और आरिफ खान ने हारमोनियम वादन किया।

तत्पश्चात गायन की प्रस्तुति श्री प्रथमेश चौधरी, लखनऊ ने राग हन्सध्वनि मे शिवजी एवं गणेशजी की स्तुति की तथा आओ आओ योगिराज प्रार्थो एक बार राग विहाग में प्रस्तुत किया, पीले रे अवधूत ओ मतवाला, नमो नरेंन्द्र विवेकानन्द व ठुमकी चलत रामचन्द्र से राग समाप्त किय उस दौरान तबला संगत श्री सुभम भारती द्वारा तथा श्री आरिफ खान द्वारा हारमोनियम वादन किया गया।

14 वर्षीय श्री अक्षय अवस्थी अपने प्रसिद्ध पिता राहुल अवस्थी के मार्गदर्शन में भारतीय शास्त्रीय संगीत सीख रहे हैं। अक्षय संगम कला ग्रुप-2018 के विजेता हैं और उन्होंने संगीत मिलन (2023) की अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता में दूसरा पुरस्कार अर्जित किया। उन्होंने विभिन्न प्रतिष्ठित मंचों पर भी प्रदर्शन किया है।

मनीष मिश्रा ने भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय, लखनऊ से प्रोफेसर डॉ. मनोज मिश्रा के संरक्षण में अपना एमपीए पूरा किया। उन्होंने दूरदर्शन बोले यू.पी., लखनऊ महोत्सव आदि कार्यक्रमों में अपनी सफलता का प्रदर्शन किया।

अल्मोडा में जन्मे श्री प्रथमेश चौधरी ने संगीत की शुरुआत अपनी प्रतिष्ठित माँ श्रीमती रश्मी चौधरी के मार्गदर्शन में की और किराना घराने के प्रो. पार्थ प्रतिम दास से औपचारिक प्रशिक्षण लिया। वह संगीत गायन में विशारद हैं और ऑल इंडिया रेडियो के कलाकार भी हैं।

शुभम भारती, एमपीए और विशारद, भातखंडे संगीत विद्यापीठ, लखनऊ से तबला में निपुणता की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने 2017 में लखनऊ विश्वविद्यालय से बी.कॉम किया। उन्हें संगीत मिलन अकादमी द्वारा तबला नवाज़ की उपाधि से सम्मानित किया गया और संगीत नाटक अकादमी, भातखंडे संगीत संस्थान के साथ-साथ पंडित समता प्रसाद तबला एकल प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

प्रसिद्ध सारंगी वादक रहीस खान के बेटे आरिफ खान ने डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से स्नातक और भातखंडे संगीत विद्यापीठ, लखनऊ से गायन व सारंगी और पारंगत में विशारद की उपाधि प्राप्त की है। वह भातखंडे संगीत संस्थान, लखनऊ में संगीत शिक्षक हैं।

कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी कलाकारों को मठ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा स्मृति चिन्ह, पुस्तकें और श्री रामकृष्ण, श्री माँ शारदा देवी और स्वामी विवेकानन्द की तस्वीरें भेट की गयी।

अन्त में सभी उपस्थित भक्तगणों को प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

(स्वामी मुक्तिनाथानन्द)

अध्यक्ष
श्री रामकृष्ण मठ,

लखनऊ।

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