रुड़की: तालाबों पर अवैध कब्जे बने जलभराव का मुख्य कारण

डे नाईट न्यूज़ नगर में जलभराव की समस्या कोई नई समस्या नहीं है। अब यह समस्या पिछले कई दशकों से लगातार बढ़ती जा रही है और इसके जिम्मेदार भी इसी नगर के लोग हैं। जिन्होंने तालाबों पर अवैध रूप से कब्जे कर उनके अस्तित्व को समाप्त कर दिया। अब जलभराव की समस्या को लेकर विभिन्न संस्थाओं पर आरोप लगाए जाते हैं। यदि अब भी तहसील प्रशासन हरकत में आए तो समस्या का निदान हो सकता है क्योंकि तालाबों का अस्तित्व बहाल हो जाए तो जलभराव की समस्या समाप्त हो जाएगी। नगर पालिका के अधिकार क्षेत्र में करीब डेढ़ दर्जन तालाब हुआ करते थे।

नगर से निकलने वाला पानी इन्हीं तालाबों में समायोजित होता था। धीरे-धीरे नगर क्षेत्र की आबादी बढ़ी और नगर पालिका ने सीमा विस्तार किया जिसके चलते नई कॉलोनियां विकसित हो गईं। लेकिन इन सबके लिए जल निकासी की कोई व्यवस्था न तो किसी कॉलोनी निर्माता द्वारा की गई और न ही स्थानीय प्रशासन ने ध्यान दिया। विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े अनेक लोगों ने राजनीतिक संरक्षण प्राप्त कर तालाबों पर कब्जा किया।

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