भोपाल , केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी प्रदेश में लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं  

भोपाल : अनुकूल और मजबूत  मानी जा रही लोकसभा सीटों पर भी भाजपा पूरी गंभीरता के साथ चुनाव लड़ रही है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गत दिवस सागर और बैतूल में सभाओं को संबोधित किया, जबकि भोपाल में उनका शाम को रोड शो हुआ। यह तीनों ही सीटें भाजपा का मजबूत गढ़ हैं। भाजपा इन सीटों पर 1989 के बाद से हारी नहीं है। इस बार भी इन तीनों ही सीटों पर जीतने में पार्टी को परेशानी नहीं है। इसके बावजूद भाजपा ने यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभाएं रखी हैं। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं बल्कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी लगातार प्रदेश के दौरे कर रहे हैं। इन चारों नेताओं के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी जबरदस्त डिमांड है। राजपूतों की कथित नाराजगी को देखते हुए भाजपा ने विशेष रूप से राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ को लगाया है। दूसरे चरण में प्रदेश की सात लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। इन सभी सीटों पर चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। दूसरी चरण में टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल में मतदान हो रहा है। इसी के साथ प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर वोट 26 अप्रैल को डाले जाएंगे। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी की सतना में सभा थी जो निरस्त हो गई। उनके स्थान पर मल्लिकार्जुन खडग़े को भेजा गया था। कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी की भी सभाएं होना है, लेकिन प्रदेश के चुनाव अभियान को देखते हुए यह स्पष्ट है कि भाजपा के मुकाबले कांग्रेस काफी पीछे है। भाजपा ने मध्यप्रदेश में प्रचार पर खूब जोर मारा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस पिछड़ गई है। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी की सभा हुई। कांग्रेस के बड़े नेताओं में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े की ही सतना में सभा हुई। यहां पहले राहुल गांधी आने वाले थे, पर बाद में उनका कार्यक्रम रद्द होने के कारण खडग़े पहुंचे। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी के मुद्दे पर भाजपा को घेरा। बसपा की ओर से सिर्फ सेवा में पार्टी प्रमुख मायावती की सभा हुई, जहां उन्होंने कहा कि हम दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और मुस्लिम के दम पर चुनाव लड़ रहे हैं। वेल प्लांड रणनीति के साथ भाजपा के दिग्गज नेताओं ने सभा के लिए उस जगह को चुना जिससे अगल-बगल की सीटों को भी साध सके। उनके मुंह भी केंद्रीय और जातिगत समीकरण केक सभी सधे हुए दिखे। कहीं ओबीसी कार्ड लेखा तो कहीं, डॉ. अम्बेडकर के जन्म दिवस पर हुई सभा में एससी वर्ग को साधने की कोशिश की। कांग्रेस की न्याय गारंटी भी भाजपा नेताओं के निशाने पर रही। प्रधानमंत्री को छोड़ दें तो अमित शाह, जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह ने एक दिन में दो से तीन सभाएं की, पर हर जगह उनका मुद्दा और शैली अलग रही। कांग्रेस की बात करें तो पहले चरण की सीटों में शामिल मंडला और बालाघाट में राहुल गांधी की सभाएं हुई। दूसरे चरण में मात्र सतना मेंउनकी सभा प्रस्तावित थी, जहां उनकी जगह खडग़े पहुंचे। खडग़े की छवि दलित नेता की है। सतना से उन्होंने रीवा लोकसभा सीट से एससी मतदाताओं को भी लुभाने की कोशिश की। कहा-फिर भाजपा आई तो संविधान खतरे में पड़ जाएगा। दमोह और होशंबाद (पिपरिया) सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा हुई। 14 अप्रैल को डॉ. अम्बेडकर के जन्म दिवस पर पिपरिया में हुई सभा में उन्होंने प्रदेशभर के दलित मतदाताओं  को अपने पक्ष में करने की कोशिश की। खजुराहो सीट पर कटनी में अमित शाह और पन्ना में स्मृति ईरानी की सभा हुई। कटनी में सभा कर शाह ने जबलपुर सीट के मतदाताओं को भी प्रभावित करने का प्रयास किया। उन्होंने अपनी सभाओं में कांग्रेस पर परिवारवाद, भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और इंडिया गठबंधन को कोसा। सतना और टीकमगढ़ में मंगलवार को जनसभा को संबोधित किया। इसके पहले राजनाथ सिंह की रीवा के देवतालाब विधानसभा क्षेत्र और सतना के नागौद विधानसभा में 14 अप्रैल को सभा की थी। नागौद में क्षत्रिय  मतदाता बड़ी संख्या में हैं। इस तरह भाजपा के बड़े नेता दूसरे चरण की सभी छह सीटों पर पहुंच चुके हैं। खजुराहो लोकसभा सीट कांग्रेस ने सपा को दी थी, पर यहां से सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन पत्र निरस्त होने के बाद इंडिया गठबंधन ने आल इंडिया फॉरवर्ड ब्लाक के प्रत्याशी आरबी प्रजापति को समर्थन तो दिया, पर कांग्रेस या सपा से कोई बड़ा नेता प्रचार के लिए नहीं पहुंचा। कांग्रेस में अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की ग्वालियर चंबल अंचल और मालवांचल में सभा हो सकती है।    

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