लखनऊ: शासन की सख्ती का दिखने लगा असर, गन्ना मूल्य भुगतान ने पकड़ी रफ्तार

डे नाईट न्यूज़ प्रदेश के गन्ना आयुक्त श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश सरकार के फैसलों ने यूपी में गन्ना किसानों और चीनी उद्योग दोनों की सूरत बदल दी है। उन्होंने कहा कि चीनी उद्योग को नई गति देने के साथ ही राज्य सरकार ने प्रत्येक कदम पर गन्ना किसानों को लगातार राहत प्रदान की है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य भुगतान का नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए अब तक लगभग 46 लाख से अधिक गन्ना किसानों को रू.1,95,060 करोड़ का रिकार्ड भुगतान करते हुए यूपी को देश में गन्ना एवं चीनी उत्पादन में नंबर वन पर ला दिया है।

उल्लेखनीय है कि वर्तमान पेराई सत्र 2022-23 में अद्यतन गन्ना मूल्य भुगतान प्रथम बार 72 प्रतिशत से अधिक चल रहा है, जो विगत कई पेराई सत्रों केे सापेक्ष काफी अधिक है। इसी क्रम में यह भी ज्ञातव्य है कि बजाज समूह की चीनी मिलों द्वारा पेराई सत्र 2021-22 में देय गन्ना मूल्य के सापेक्ष प्रतापपुर, बिलाई, गागनौली एवं बुढ़ाना इकाईयों का भुगतान किया जा चुका है।

इसके अतिरिक्त पेराई सत्र 2021-22 हेतु बजाज समूह की मिलों का औसत गन्ना मूल्य भुगतान 90 प्रतिशत से अधिक चल रहा है। बजाज समूह की चीनी मिलों का शेष भुगतान फरवरी माह के मध्य तक पूर्ण होना सम्भावित है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के गन्ना किसानों को राहत पहुंचाने की कवायद में विभाग के अधिकारी दिन-रात मेहनत कर नई योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। इन प्रमुख योजनाओं से गन्ना कृषकों को लाभान्वित किये जाने के दृष्टिगत न्यूनतम 20 प्रतिशत की छूट पर कीटनाशक, जैव उत्पाद एवं कृषि यंत्र वितरित किये जाने हेतु चीनी मिलों को निर्देश निर्गत किये गये हैं। इनमें क्लोरेन्ट्रेनिलिप्रोल या समतुल्य कीटनाशक, अंकुश, ट्राइकोडर्मा, आर्गेनिक डिकम्पोजर, हेक्सा स्टाप, रेटून मैनेजमेण्ट डिवाईस, टेªन्च ओपनर, एफ.आई.आर.बी., स्पे्रयर, एम.बी. प्लाऊ, डिस्क प्लाऊ, चिजलर, सबस्वालर, कल्टीवेटर, हैरो, डीपफरो, ट्रैश मल्चर, पावर बीडर आदि कृषि उपयोगी यंत्र सम्मिलित हैं।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के गन्ना किसानों को राहत पहुंचाने की कड़ी में फार्म मशीनरी बैंक भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस योजना के माध्यम से गन्ना किसानों, विशेषकर लघु एवं सीमान्त कृषकों को गन्ना खेती की लागत कम करने में सुविधा मिली है तथा उनकी आय में भी वृद्धि हुई है। प्रदेश की 146 गन्ना एवं चीनी मिल समितियों में फसल अवशेष प्रबन्धन हेतु प्रारम्भिक चरण में 03 फसल अवशेष प्रबन्धन यंत्र यथा-02 मल्चर एवं 01 रिवर्सिबल एम.बी. प्लाऊ के क्रय के साथ ही फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना का कार्य पूर्ण हो गया है साथ ही सक्षम 77 गन्ना समितियों के फार्म मशीनरी बैंकों में ट्रैक्टर को भी सम्मिलित कर लिया गया है।

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