सुल्तानपुर: महीनों पहले वार्डन पर लगा आरोप, अक्टूबर में पुष्टि हुई जनवरी में किया कार्रवाई 

डे नाईट न्यूज़ बीएसए का एक और कारनामा सामने आया है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कार्यरत वार्डन के खिलाफ शिकायत हुई। करीब छह माह बाद बीएसए ने उन्हें ट्रामिनेट किया।

मामला कादीपुर क्षेत्र का है। यहां कस्तूरबा गांधी में अध्यनरत बालिकाओं ने वार्डन पर घटिया भोजन, नाश्ता न मिलने, छात्राओ से काम कराने व रात्रि निवास न करने की शिकायत 30 अगस्त को की थी। इस पर 31 अगस्त को जांच टीम ओपी तिवारी, आनंद शुक्ला व नीलिमा गुप्ता जांच करने मौके पर पहुंची। टीम को वार्डन के विद्यालय में रात्रि निवास न करने, घटिया भोजन देने, मीनू के अनुसार कुछ भी लागू न करने आदि की खामी मिली। जिसके बाद वार्डन सुनीता भारती को नोटिस दी गई। उन्होंने इसका जवाब 7 अक्तूबर को दे दिया। जवाब में कोई साक्ष्य देने के बजाय भविष्य में ऐसी गलती या कमियों की पुनरावृति न होने का अनुरोध किया गया।

जांच रिपोर्ट व वार्डन का जवाब आने के बाद भी पत्रावली कार्यालय में करीब चार माह तक लंबित रही।इसके पीछे यह माना जा रहा है कि सेटिंग-गेटिंग का दौर चला। जब बात नहीं बनी तो टर्मिनेट किया गया। बीएसए दीपिका चतुर्वेदी से कार्रवाई में देरी व शैक्षिक गुणवत्ता पर बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने सीयूजी फोन रिसीव नहीं किया।

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