कंझावला कांड मामले में आया नया मोड़, हादसे के वक्त 5 नहीं कार में थे केवल 4 लोग

डे नाईट न्यूज़ देश को दहला कर रख देने वाले कंझावला कांड में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, इसमें रोजाना कुछ न कुछ नए खुलासे हो रहे हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला खुलासा अब हुआ है, जिससे जांच की दिशा बदलने के कयास हैं। वारदात वाले दिन से लेकर 5 जनवरी तक जो पुलिस ये कह रही थी कार में पांच लोग सवार थे, वही पुलिस अब कह रही है कि कार में सिर्फ चार लोग थे। जानिए कौन है वो आरोपी जिसके होने की बात पहले की जा रही थी लेकिन अब पता चला है कि वह हादसे के वक्त कार में था ही नहीं।

मामले की शुरुआती जांच में आरोपी बनाए गए पांच लोग पुलिस को लगातार अलग-अलग बयान दे रहे हैं। ऐसे में सही तथ्य धीरे-धीरे कर सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि यह बात अब सामने आई है कि वारदात वाली रात कार में सिर्फ चार लोग सवार थे। यह बात एक ताजा सीसीटीवी फुटेज से भी स्पष्ट हो गई है। दरअसल वारदात वाली रात दीपक अपने घर पर ही था उसे बाद में बुलाया गया था।

जैसा कि पुलिस ने गुरुवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया था वारदात वाली रात कार दीपक नहीं अमित चला रहा था। अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था। पूरी घटना जब अमित ने अपने भाई अंकुश को बताई तो उसी ने दीपक को बुलाकर उसके ड्राइविंग करने की बात कहने का सुझाव दिया था। इसके बाद दीपक को घर से बुलाया गया।

ताजा सीसीटीवी फुटेज में ड्राइवर को छोड़कर अन्य तीन आरोपी कार से उतरते दिखते हैं। वहीं एक अन्य शख्स जो कार आने से पहले से वहां खड़ा था वह जाकर ड्राइवर की बगल वाली सीट पर बैठ जाता है। बताया जा रहा है कि यही व्यक्ति आरोपी दीपक है, जिसके कार चलाने का दावा किया जा रहा था।

कार मालिक आशुतोष ने भी पुलिस को शुरुआती जांच में यही बताया था कि उसके पास से दीपक कार ले गया था, जबकि सच यह था कि उससे अमित कार लेकर गया था और घटना को उसी ने अंजाम दिया। मालूम हो कि कार मालिक आशुतोष को छठा आरोपी बनाया गया है जिसे आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आशुतोष की कार लेकर आरोपी गए थे। आशुतोष पर आरोपियों की मदद करने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक वारदात के समय कार में केवल 4 आरोपी थे, दीपक घर में था ,लेकिन उसे अमित ने बाद में बुलाया था।

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