होली का वास्तविक स्वरूप-पण्डित तपन कुमार पण्डा
होली का वास्तविक स्वरूप इस पर्व का प्राचीनतम नाम “वासन्ती नव सस्येष्टि” है अर्थात् बसन्त के नये अनाजों से किया हुआ यज्ञ, परन्तु होली होलक का अपभ्रंश है।यथा– तृणाग्निं...