स्वामी अवधेशानंद जी गिरि: जीवन में पतझड़ आता है तो बसंत भी आता है, यहां एक जैसा कुछ नहीं है
जीवन में जैसे पतझड़ आता है, वैसे ही बसंत भी आता है। यहां एक जैसा कुछ नहीं है, परिस्थितियां बदलती हैं, दशाएं बदलती हैं, भूमिकाएं बदलती हैं, हमारा स्वभाव...