
लखनऊ।
द्वितीय दिवसः सप्तमी पूजा – मुख्य आर्कषण
पाँच दिवसीय श्री श्री दुर्गा पूजनोत्सव के दूसरे दिन देवी दुर्गा की सप्तमी पूजा सुबह 6ः15 बजे से रामकृष्ण मठ, मंगलुरू के ब्रह्मचारी दीपक द्वारा शास्त्रीय परम्परा के अनुसार शहनाई की धुन के साथ शुरू हुई तथा वृंदावन से आए स्वामी प्रतिभानन्द ने श्रीदुर्गासप्तशती की आवृति (चंडी पाठ) का पाठ किया। इस पूजनोत्सव से जुडे समस्त कार्यक्रम हमारे आधिकारिक यूट्यूब चैनेल : ‘रामकृष्ण मठ, लखनऊ’ के माध्यम से प्रसारित भी किया जा रहा है।

औपचारिक पूजा सुबह 7ः00 बजे छोटे दर्पण की प्रतिमा को देवी के रूप में कल्पना करते हुये महास्नान कराया गया। इस महास्नान की प्रक्रिया के विभिन्न स्रोतों से लाये गये लगभग 50 प्रकार के पवित्र पानी और मिट्टी का उपयोग किया गया। इस दौरान शास्त्रीय मंत्रों का उच्चारण किया गया। तदोपरान्त श्री देवी माँ, दुर्गा, लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती, कार्तिक के साथ-साथ सिंह, चूहा, उल्लू, हंस, मोर आदि वाहन जैसे उनके परिवार के सदस्यों के साथ कुल 83 सदस्यों की शास्त्रों के अनुसार पूजा की गई थी।
प्रातः 7ः15 बजे स्वामी मुक्तिनाथानंन्दजी महाराज द्वारा सत्प्रसंग (ऑनलाइन) प्रवचन दिया गया।
रामकृष्ण मिशन आश्रम, नरेन्द्रपुर के स्वामी शिवधीशानन्दजी ने भक्तिगीतों की प्रस्तुति दी उस दौरान भातखंडे संगीत संस्थान, लखनऊ के शुभम राज ने तबला पर संगत दिया।

तत्पश्चात, भक्तगणों के लिए पूर्वाह्न 11ः00 बजे पुष्पांजलि का आयोजन हुआ। पुष्पांजलि की ऑनलाइन व्यवस्था भी देश व विदेश के श्रद्धालुओ के लिये की गयी थी उस दौरान मठ में भारी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे जिन्होंने माँ को पुष्प एवं चंदन का लेप अर्पित किया उस दौरान मंत्रोच्चारण तमिलनाडु के मल्लियांकरणी, कांचीपुरम के स्वामी सत्यविदानन्द ने किया। तत्पश्चात सभी उपस्थितों को फल प्रसाद का वितरण किया गया। सुबह से देवी को फल, मिष्ठानआदि भोग व मध्याहन 12ः30 बजे पके हुये अन्न भोग चढ़ाया गया जिसे भक्तगणों के मध्य वितरित किया गया।
शाम 6ः40 बजे मुख्य मंदिर में श्री श्री रामकृष्णजी की संध्या आरती के बाद शाम 7ः15 बजे देवी दुर्गा की संध्या आरती की गई। इसके बाद भजन, स्तोत्रम एवं काली कीर्तन और भक्ति गीत गाया गया। रात्रि पूजा के पश्चात देवों के मनोरंजन हेतु शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति प्रियान्शु घोष, वाराणसी ने दी उस समय उनके साथ तबला पर संगत लखनऊ के सुमित मल्लिक ने दिया।

रविवार को कुमारी पूजा सुबह 9ः30 बजे की जाएगी, जब एक 5 साल की कुमारी को देवी दुर्गा का प्रतिरूप मानते हुए अनुष्ठानिक पूजा किया जाएगा एवं संधि पूजा शाम 07ः36 बजे से सायं 08ः24 बजे तक की जाएगी।
आप सभी भक्तगण रामकृष्ण मठ, लखनऊ में पूजा में भाग लेने और भंडारा में दोपहर 12ः30 बजे से प्रसाद ग्रहण करने के लिए सादर आमंत्रित हैं।
स्वामी मुक्तिनाथानन्द
अध्यक्ष
रामकृष्ण मठ लखनऊ