बिहार सरकार के इतिहास में पहली बार विश्वविद्यालय के शिक्षकों को वेतन न मिलने पर धरने पर बैठना पड़ा…

मधेपुरा : बीएन मंडल यूनिवर्सिटी में वेतन को लेकर शिक्षको को भी आंदोलन का रास्ता आखित्यार करना पड़ा है
विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षकों ने पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिलने से आक्रोशित होकर शनिवार से आंदोलन शुरू कर दिया है बीएनएमयू के नार्थ केम्पस में बिएन मुस्ता के तत्त्वाधान में शिक्षको ने शनिवार को काला बिल्ला लगाकर बकाया वेतन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया
इस अवसर पर विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभाग के अधिकांश शिक्षक के द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन की अक्षमता का जोरदार तरीके से विरोध की गई सभी शिक्षकों ने एक मत से आगे के आक्रोश कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार की इसके तहत 14 अक्टूबर को काला बिल्ला लगाकर विरोध पर्दशन किया गया है
इसके बाद 16 अक्टूबर को पेन डाउन हड़ताल किया गया एवं उसके बाद 17 अक्टूबर से विश्वविद्यालय दक्षिणी परिसद में गाँधी जी की प्रतिमा के समक्ष शांति पूर्ण धरना पर्दशन करने की सर्व सह मति प्रदान की गयी
बीएनमुस्ता के महासचिव प्रोफेशर नरेश कुमार ने खेद व्यक्त करते हुए कहा की वर्तमान समय में जब विश्वविद्यालय के सभी विभागों के सेमेस्टर 2 सेमेस्टर 3 तथा पैट 21 की कक्षाएं निरंतर चल रही है इस प्रकार के शिक्षकों के आक्रोश शिक्षकों की मज़बूरी दर्शाता है तथा इसका खामियाजा छात्रों के साथ साथ अभिभावकों तथा विश्वविद्यालय प्रशासन को भी भुगतना पड़ सकता है।


उन्होंने बताया की विश्वविद्यालय के इतिहास में यह पहली बार है की शिक्षकों को अपने वेतन के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है प्रोफेशर एमआई रहमान की अध्यक्षता में आयोजित इस आक्रोश सभा में सभी शिक्षकों ने बारी-बारी से अपने विचार रखे। इस अवसर पर सभी स्नाकोत्तर विभाग के शिक्षक एकजुट होकर लोकतान्त्रिक एवं शांति पूर्ण तरीके से अपना विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति विरोध व्यक्त किया।
शिक्षकों ने आसा व्यक्त की है की विश्वविद्यालय प्रशासन इस समस्या का त्वरित संज्ञान लेगा और अति शीघ्र बकाया वेतन के भुगतान हेतु आवशयक कार्यवाही करेंगे।
इस अवसर पर स्नाकोत्तर विभाग के शिक्षक प्रो नरेंद्र श्रीवास्तव, डॉ रमेश कुमार, डॉ मोहम्मद अब्दुल फजल, डॉ बी के दयाल, डॉ पंचानंद मिश्रा ,डॉ दिनेश यादव ,डॉ भुवन भास्कर मिश्रा व अन्य मौजूद रहे।

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