व्यापारिक वर्ष 2022-23 का आयोजन

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल की जिला इकाई द्वारा व्यापारिक वर्ष 2022-23 के अंतिम सप्ताह में वार्षिक समीक्षा बैठक का आयोजन स्थानीय रेलवे रोड स्थित जिला मुख्यालय कार्यालय में किया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन ने कहा कि व्यापारिक वर्ष 2022-23 व्यापारियों के लिए प्रदेश व्यापार मण्डल की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर जहां उल्लास के क्षण थे, वहीं पिछले दो व्यापारिक वर्षों के कोरोना की चपेट के चलते यह पूरा व्यापारिक वर्ष कोरोना की चपेट से बाहर रहा और पूरे वर्ष कारोबार या तो सामान्य रहा या मंदी का दौर रहा। श्री टण्डन ने कहा कि राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर पर अनेकों बार जीएसटी काउन्सिल, केन्द्रीय वित्तमंत्री व प्रधानमंत्री को ज्ञापन, धरने प्रदर्शन के बावजूद जीएसटी की दरों में अनावश्यक बढोत्तरी की गयी। सैकड़ों वस्तुओं पर 5 प्रतिशत से टैक्स बढाकर 12 या  18 प्रतिशत कर दिया गया। जीएसटी का सरलीकरण सरकार करना नहीं चाह रही है। जिसके चलते विभाग के अधिकारियों द्वारा तकनीकी व अन्य अनावश्यक त्रुटि बताकर निरन्तर उत्पीड़न किया जा रहा है। सरकार की मंशा केवल अपना राजस्व बढ़ाने की है। पिछले वित्तीय वर्ष के अब तक बीते 11 महीनों में जीएसटी का रिकार्ड संग्रह हो रहा है। पिछले वर्ष दिसम्बर में उ.प्र. सरकार द्वारा जिस तरह का पूरे प्रदेश में व्यापारियों पर जीएसटी के सर्वे का छापेमारी अभियान चलाया गया वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण था। परिणाम स्वरूप प्रांतीय अध्यक्ष मुकुन्द मिश्रा के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में व्यापारियों द्वारा व्यापक आंदोलन किया गया और प्रदेश सरकार को सर्वे के आदेश वापिस लेने पड़े। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा व्यापारी समस्याओं के निदान की अनदेखी, राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड की स्थापना न किये जाने के साथ-साथ उ.प्र. में भी व्यापारी कल्याण बोर्ड की स्थापना नहंी की गयी। बिजली विभाग, श्रम विभाग, एसडीए, पुलिस-प्रशासन, खाद्य विभाग व अन्य विभागों से समय-समय पर व्यापारियों की नोकझोंक होती रहती है। श्री टण्डन ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के शासन में जहां कानून व्यवस्था व बिजली की सप्लाई में उल्लेखनीय सुधार हुआ है वही स्थानीय स्तर पर स्मार्ट सिटी की योजनाओं में बेहद धीमी गति से कार्य होने के कारण आम नागरिकों व व्यापारियों को बहुत कठिनाई उठानी पड़ रही है। सहारनपुर में हवाई अडडे के निर्माण में तेजी दिखाई दे रही है लेकिन एक विकसित बस अडडे की मांग को पूरा करने में निरन्तर देरी हो रही है। श्री टण्डन ने कहा कि व्यापारियों के लिए यह व्यापारिक वर्ष उल्लास का भी है क्योंकि इस वर्ष प्रदेश व्यापार मण्डल की स्थापना के 50वर्ष पूरे होने पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है और लाला विशम्बर दयाल अग्रवाल व पं.श्याम बिहारी मिश्रा द्वारा स्थापित यह संगठन वट वृक्ष का रूप ले चुका है और पूरे प्रदेश में 13 मार्च से 8 मई तक के लिए व्यापारी स्वाभिमान यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने सभी व्यापारी प्रतिनिधियों से व्यापार मण्डल के कार्यक्रमों को सफल बनाने का
अनुरोध किया और आशा प्रकट की कि आने वाले वित्तीय वर्ष में कारोबार में बढोत्तरी होगी। इसके साथ ही हम सबको कोरोना के प्रति भी सचेत रहना होगा। श्री टण्डन ने इस अवसर पर अध्यात्म की बात करते हुए सभी के लिए संदेश दिया कि हम सबको अपने कर्मों का बही खाता भी दुरूस्त रखना है। एक दिन इसका मार्च आयेगा फिर अप्रैल नहंी आयेगा। बैठक में उपस्थित सभी व्यापारियों ने व्यापार मण्डल की आचार संहिता का पालन करने की शपथ ली।
बैठक में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री रमेश अरोडा, जिला कोषाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, मेजर एस.के.सूरी, रमेश डावर, कर्नल संजय मिडढा, संजीव सचदेवा, प्रवीन चांदना, भोपाल सिंह सैनी, अनुज कुमार, नीरज सचदेवा, अजय कुमार आदि व्यापारी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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