एससी एसटी के तहत दर्ज केस को लेकर नारेबाजी

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कादीपुर पुलिस द्वारा एससीएसटी के तहत केस दर्ज करने पर लोग लामबंद हो गए। लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मामले में सीओ कादीपुर शिवम मिश्रा का कहना है कि पीड़ित पक्ष से एप्लीकेशन मिली है, इसकी जांच कराएंगे। रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।बता दें कि घटना करौंदीकला थानाक्षेत्र के हिंदूआबाद की है। गांव निवासी राकेश पाल पुत्र रामपति पाल पानी के प्लांट पर काम करता है। 25 मार्च को वो घर से काम पर जा रहा था कि रास्ते में गांव की आशा देवी पत्नी स्व. जगराम व उसके लड़के आकाश, अर्जुन ने धारदार हथियार एवं लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया था। जिससे वह बेहोश हो गया था। राकेश पाल की पत्नी का आरोप है कि मेरे पति को मारा वो बेहोश हो गए। मैं मौके पर पहुंची और अपने पति को बचाने लगी लेकिन उसके बाद भी वह लोग लाठी-डंडे से मारते रहे। मैंने एंबुलेंस बुलाया और पति को अस्पताल लेकर गई वहां उनका इलाज हुआ। लेकिन पुलिस ने हमारे पति पर ही एससीएसटी का फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया। मैं पुलिस प्रशासन से मांग करती हूं जो हरिजन उत्पीडन लगाया है उसको हटाए और हमको न्याय दिया जाए। वही राकेश पाल के भतीजे ने बताया कि चाचा को अनायास मारा गया। अगर मैं मौके पर नहीं होता तो वह लोग उन्हें मार डालते। मैं मौके पर पहुंचा और उन्हें बचाया। मैं मांग करता हूं कि एससीएसटी का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। उसने ये भी बताया कि पुलिस ने जब चाचा की एफआईआर दर्ज की उस समय कुछ नहीं किया बाद में सुनियोजित ढंग से ये धाराएं लगाई।

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