रायपुर: चैत्र नवरात्रि 22 से, हिन्दू नववर्ष गुड़ी पड़वा एवं चेट्रीचण्ड्र उत्सव धूमधाम से मनाएंगे श्रद्धालु

डे नाईट न्यूज़ प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी चैत्र नवरात्रि जिसे वासंतीय नवरात्र भी कहा जाता है, 22 मार्च से शुरू हो रही है। उक्त तिथि पर ही हिन्दू नववर्ष 9 संवत्सर 2080 की शुरूआत होगी। गुड़ी पड़वा के साथ ही श्रद्धालु संत झूलेलाल का महोत्सव चेट्रीचण्ड्र धूमधाम से मनाएंगे। शहर के पुराने मंदिरों में महामाया मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर, कंकाली मंदिर, शीतला मंदिर, काली मंदिर, दुर्गा मंदिर सहित प्रदेशभर माता देवालयों में नवरात्रि के अवसर पर भक्तों द्वारा धूमधाम से माता का जगराता एवं पर्व का आयोजन किया जाएगा।

महामाया मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मनोज शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष माता का आगमन नौका पर हो रहा है एवं बिदाई हाथी पर होगी। उक्त संकेत इस वर्ष अच्छी वर्षा होने का संकेत दे रहे हैं। हमारे 28 जिलों के संवाददाताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि नवरात्रि के अवसर पर प्रदेशभर में माता देवालयों में पंचमी, सप्तमी, अष्ठमी एवं नवमी तिथि के अवसर पर कन्या भोज का आयोजन किया गया है।

इस वर्ष नवरात्रि पूरे 9 दिन की होगी। दशमी तिथि 31 मार्च को नवरात्रि के उपासक अपने व्रत का माता का प्रसाद खाकर पारणा करेंगे। दुर्ग संभाग के प्रशासनिक अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मां बमलेश्वरी के दरबार जाने वाले पदयात्रियों के लिए जगह-जगह पर शामियाना एवं चिकित्सा के प्राथमिक उपचार के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, वहीं कुम्हारी, पावर हाऊस, दुर्ग, अंजोरा बाईपास, सेामनी, राजनांदगांव, बसंतपुर, मोतीपुर, लिटिया मार्ग पर स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा विशाल भंडारों का आयोजन किया गया है।

नवरात्रि के अवसर पर माता देवालयों में विशेषकर मां बमलेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़, दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा, महामाया मंदिर रतनपुर-अम्बिकापुर एवं चन्द्राहासिनी मंदिर चन्द्रपुर में भक्तों की कतारबद्ध माता के दर्शन की व्यवस्था के लिए मंदिर समिति द्वारा स्वयं सेवकों को प्रति श्रद्धालु दर्शन के लिए विशेष रूप से निर्देशित किया गया है।

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