इंदौर: मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, शताब्दी सम्मान की घोषणा

डे नाईट न्यूज़ देश की प्राचीन संस्था मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, इंदौर अपने शताब्दी वर्ष से देश के साहित्याकारों को सम्मानित करती आ रही है। यह संस्था सन 1910 से हिंदी की सेवा को समर्पित है। इसके आह्वान पर मार्च सन 1918 शिलान्यस और अप्रैल सन 1935 लोकार्पण्या करने महात्मा गांधी का आगमन इंदौर में हुआ था।

यहीं पर गांधीजी ने हिंदी को राष्टभाषा बनाने की पहली बार मांग की थी और यहीं से दक्षिण भारत में हिंदी प्रचार के लिए अपने पुत्र के साथ अन्य समाजसेवियों को भेजा था, जिसका अंतत: सुफल यह हुआ कि आज चेन्नई में दक्षिण भारत हिंदी साहित्य सभा संचालित है।

यहां से ही दश्ेा की सबसे पुरानी पत्रिका वीणा का प्रकाशन सन 1927 से निरंतर हो रहा है, जो अपने प्रकाशन की शताब्दी की ओर अग्रसर है। इस वर्ष यह सम्मान अग्निशेखर एवं डॉ. देवेन्द्र दीपक को दिये जाने की घोषणा की गयी। प्रो. सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी एवं प्रचार मंत्री अरविंद ओझा ने बताया कि निकट भविष्य में एक भव्य कार्यक्रम में यह सम्मान दिया जायेगा।  

Back to top button