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अगर आप रेगुलर सोशल मीडिया यूजर हैं तो इस तस्वीर से जरूर वाकिफ होंगे। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें एक बुर्का पहनी महिला अपने कंधे पर स्विगी डिलीवरी बैग के साथ पैदल ही चलती नजर आ रही है। वायरल तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई। तो क्या स्विगी के लिए काम कर रही है ये महिला? देखने में भले ही ऐसा लगे, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। महिला की पहचान रिजवाना के रूप में हुई है। सूत्रों के मुताबिक, वह एक साधारण परिवार से आती हैं और लखनऊ में जगतनारायण रोड पर जनता नगरी कॉलोनी में एक कमरे के घर में रहती हैं। रिजवाना ने कहा कि उसने डिस्पोजेबल सामान पहुंचाने के लिए ब्रांड नाम वाला बैग खरीदा था। उसने उल्लेख किया कि उसने जो बैग इस्तेमाल किया था वह फटा हुआ था, इसलिए उसने इसे स्विगी बैग से बदल दिया।
रिजवाना ने कहा कि मैं डिस्पोजेबल कटलरी बेचता हूं, घर-घर और स्थानीय दुकानों पर जाता हूं। मैं सामान को एक बैग में ले जाता था जो खराब हो गया था। फिर मैंने यह ‘स्विगी’ बैग 50 रुपये में खरीदा। उसका पति एक रिक्शा चालक था और उसने तीन साल पहले उसे और उसके बच्चों को छोड़ दिया था। रिजवाना चार बच्चों की मां है और उसने दो साल पहले अपनी बड़ी बेटी की शादी की थी।
रिजवाना ने कहा कि मैंने हाल ही में अपनी छोटी बेटी को एक स्कूल में दाखिला दिलाया है, और अगले साल अपने बेटे को दाखिला दिलवाऊंगा। प्रसव के काम के साथ-साथ, मैं अधिक कमाई करने के लिए घरेलू सहायिका के रूप में भी काम करती हूं। मैं लगभग 6-7 किमी पैदल चलती हूं, लेकिन काम पर किसी भी दिन के अंत में मेरी कुल बचत लगभग 60-70 रुपये ही होती है।