संतकबीर नगर: हर समस्या का समाधन मात्र कथा-आचार्य धनंजय महाराज जी

डे नाईट न्यूज़ बिकास खण्ड सांथा के ग्राम सभा बनौली में चल रहे नौ दिवशीय रुद्र महायज्ञ के तीसरे दिन कथा ब्यास धनंजय महाराज ने बताया कि भगवान केवल 24 अवतारों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आज भी जब-जब इस धरती पर अधर्म की वृद्धि होती है और धर्म की हानि होती है या कोई भक्त संकटों से घिरकर अपनी रक्षा के लिए भगवान को पुकारता है तो जैसे भगवान ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी, वैसे ही आज भी भगवान किसी न किसी रुप में प्रकट होकर अपने भक्तों की रक्षा व सुरक्षा अवश्य करते हैं।

हमसे भी भगवान उतना ही प्रेम करते हैं, जितना वह अपने भक्त प्रहलाद, सुदामा एवं द्रौपदी से करते थे। यदि हमारा व्यवहार हमारी भक्ति, हमारा समर्पण भक्त प्रहलाद जैसा है। भगवती मां द्रोपदी जैसा है, तो भगवान किसी न किसी रूप में आकर हमारी रक्षा अवश्य करेंगे।

हमें उन भक्तों के चरित्र को सुनकर उनके व्यवहार को अपने जीवन में उतारने का प्रयत्न करना चाहिए। माता कुंती ने भगवान से दुख मांगा और हम भगवान की भक्ति दुख की निवृत्ति और सुख की प्राप्ति के लिए करते हैं, जबकि वास्तव में भक्त वहीं है, जो दुख को भगवान का प्रसाद समझकर उसे सहर्ष स्वीकार करता है उसे मुक्ति जरूर मिलती है।

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