गाजीपुर: कोर्ट में नही पेश हुए मुख्तार,बृजेश सिंह का बयान दर्ज

डे नाईट न्यूज़ बहुचर्चित ऊसरी चट्टी हत्याकांड के 21 वर्ष पुराने मामले में मंगलवार को पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी और पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह को गाजीपुर के एमपी-एलए कोर्ट में पेश होना था लेकिन मुख्तार अंसारी कोर्ट में पेश नही हो सके जबकि मामले में आरोपी बृजेश पेश हुए जिनका बयान कोर्ट ने दर्ज किया।

मुख्तार अंसारी की बांदा जेल से गाजीपुर में पेशी की संभावना को देखते हुए जिला प्रसाशन ने सुरक्षा के कचहरी परिसर में चाक चौबंद व्यवस्था की थी।ऊसरी हत्याकांड के मामले में अभियोजन की तरफ से विशेष लोक अभियोजन नीरज कुमार श्रीवास्तव ने बताया 21 साल पुराने ऊसरी हत्याकांड में वादी मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से गजीपुर कोर्ट में पेश होना था परंतु खराब मौसम के चलते मुख्तार पेश नही हो सके।

बांदा जेल प्रसाशन ने खराब मौसम का हवाला देते हुए कोर्ट को मेल भेजा जिसमे पेश न होने की वजह खराब मौसम बताया गया।नीरज श्रीवास्तव ने बताया अब अगली तारीख 17 जनवरी रखी गयी जिसमे मुख्तार अंसारी को गाजीपुर कोर्ट में पेश होकर अपना बयान दर्ज कराना होगा।

ऊसरी हत्याकांड के मामले में अभियोजन की तरफ से विशेष लोक अभियोजन नीरज कुमार श्रीवास्तव ने मुकदमे के वादी मुख्तार अंसारी का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराने का आवेदन दिसम्बर में दिया था।जिसपर आरोपी बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के अधिवक्ता ने आपत्ति की थी।इसको गंभीरता से लेते हुए गाजीपुर न्यायालय ने मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश होकर बयान दर्ज कराने का आदेश दिया था।

बता दे कि 21 साल पुराने 15 जुलाई2001 को मुख्तार अंसारी मऊ जा रहे थे तभी ऊसरी चट्टी पर उनके काफिले पर पहले से तैयार हमलावरों ने स्वचालित हथियारों से फायरिंग की जिसमे मुख्तार अंसारी के सरकारी गनर रामचंदर उर्फ प्रदीप की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि दूसरे रुस्तम उर्फ बाबू की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी।वही हमलावरों में से एक मारा गया था।इस मामले में मुख्तार अंसारी ने बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह को नामजद करते हुए 15 अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

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