डे नाईट न्यूज़ चीन से शुक्रवार को चौंकाने वाली खबर सामने आई। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, यहां 24 घंटे के अंदर तीन करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। आलम ये है कि अस्पतालों में बेड, दवाओं, डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी हो गई है। लोग सड़क किनारे ड्रिप लगवाकर इलाज करवाने को मजबूर हैं। हालांकि, चीन ने अपनी आधिकारिक रिपोर्ट में केवल 4,103 संक्रमितों के मिलने की पुष्टि की है।
ब्लूमर्ग की रिपोर्ट में क्या दावा किया गया?
ब्लूमर्ग ने चीन के अलग-अलग राज्यों में प्रकाशित आंकड़ों के हवाले से दावा किया है कि शुक्रवार को 24 घंटे के अंदर तीन करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। एक-एक शहर में तीन से दस लाख तक मरीज पाए जा रहे हैं। हालांकि, चीन के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार 23 दिसंबर को केवल चार हजार 103 मरीज पाए गए हैं। अस्पतालों में बेड, दवाओं की कमी, सड़कों पर इलाज
चीन के हर शहर में मरीजों से अस्पताल भर चुके हैं। बेड, ऑक्सीजन बेड, दवाओं की भारी कमी हो चुकी है। अस्पताल के बाहर सड़क किनारे मरीजों को ड्रिप लगाकर इलाज दिया जा रहा है। अस्पतालों के वार्ड भरने के बाद छत, गलियारे तक में मरीजों को भर्ती किया गया है। कई स्पोर्ट्स स्टेडियम को अस्थायी अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है।
बुखार और कोरोना से संक्रमित होने के बाद भी डॉक्टर्स और हेल्थ स्टाफ काम कर रहे
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन में बड़ी संख्या में डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। तेज बुखार व तबियत खराब होने के बावजूद बड़ी संख्या में डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ के लोग अस्पतालों में लोगों का इलाज कर रहे हैं।
कब्रिस्तान, अंतिम क्रिया स्थल के बाहर दो-दो दिन का इंतजार
चीन में कोरोना से मरने वाले लोगों को या तो दफनाया जा रहा या फिर जला दिया जा रहा है। इसके चलते कब्रिस्तान और अंतिम क्रिया स्थलों पर लंबी-लंबी लाइनें लग रहीं हैं। दो-दो दिन तक लोगों को इंतजार करने के बाद अपनों के शव का अंतिम संस्कार करने का मौका मिल रहा है। ये वेटिंग लिस्ट लगातार बढ़ती जा रही है। अस्पताल के शव गृह में भी जगह नहीं बची है। इसके चलते अब अस्पताल के गलियारों में शवों को रखा जा रहा है।
घुट-घुटकर अस्पताल के बाहर दम तोड़ रहे लोग
कोरोना की वजह से लोगों को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही है। पूरे चीन में ऑक्सीजन का संकट हो गया है। ऐसे ही कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें लोग अस्पताल के बाहर घुट-घुटकर मर रहे हैं। एक महिला अस्पताल के बाहर सांस नहीं ले पा रही थी। रोते हुए सांस लेने की वह काफी कोशिश कर रही थी। आसपास खड़े लोग डॉक्टर को बुलाते रहे और उनके सामने महिला ने दम तोड़ दिया।
कंपनियों से सीधे दवाएं खरीद रहे लोग
अस्पतालों, मेडिकल स्टोर्स में दवाओं का संकट हो गया है। इसके चलते दवा कंपनियों के बाहर लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लग रहीं हैं। लोग सीधे कंपनियों से दवा खरीदने की कोशिश कर रहे हैं।
जांच केंद्रों पर लोगों की भारी भीड़
कोरोना जांच केंद्रों पर लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लग रहीं हैं। एनबीआर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस साल ठंड में चीन के 80 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते है। रिपोर्ट में कहा गया है कि संक्रमण के बढ़ने की रफ्तार सबसे तेज होगी।
16 लोगों को संक्रमित कर रहा एक मरीज
चीन में अभी कोरोना की रफ्तार काफी तेज हो गई है। एक मरीज यहां 16 लोगों को संक्रमित कर रहा है। इससे लोग काफी घबराए हुए हैं।
स्कूल बंद हुए, कॉलेज में ड्रिप लगाकर पढ़ाई कर रहे छात्र
चीन के कई शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूल बंद कर दिए गए हैं। हालांकि, कॉलेजों को अभी भी खुला छोड़ दिया गया है। चीन के कई कॉलेजों से ऐसी तस्वीरें सामने आईं हैं, जहां क्लासरूम में रस्सी बांधकर छात्रों को ड्रिप चढ़ाया गया है और छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। चीनी विशेषज्ञों का दावा है कि इसके जरिए दुनिया को ये बताने की कोशिश हो रही है कि चीन में हालात ठीक हैे। सबकुछ सामान्य है।
क्रिसमस और न्यू ईयर पर घरों में रहने का आदेश
चीन सरकार ने क्रिसमस और न्यू ईयर पर लोगों को घरों में रहने का आदेश दिया है। चीन सरकार के मुताबिक, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ये करना जरूरी है। अगर लोग घरों से निकलते हैं तो संक्रमण के ज्यादा फैलने की आशंका है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर घरों में रहने का आदेश
चीन सरकार ने क्रिसमस और न्यू ईयर पर लोगों को घरों में रहने का आदेश दिया है। चीन सरकार के मुताबिक, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ये करना जरूरी है। अगर लोग घरों से निकलते हैं तो संक्रमण के ज्यादा फैलने की आशंका है।
60 प्रतिशत से ज्यादा लोग चपेट में आएंगे
जियाओफेंग लियांग सीडीसी चीन के निदेशक हैं। उन्होंने एक पब्लिक स्टेटमेंट जारी कर बताया है कि चीन में इस लहर के दौरान 60 प्रतिशत से ज्यादा लोग चपेट में आ सकते हैं। दस लाख से ज्यादा लोगों की मौत भी हो सकती है। महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने भी कई वीडियो शेयर किए हैं। उन्होंने कहा है कि चीन में कोरोना की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। देशभर में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। डिंग अमेरिकी सार्वजनिक स्वास्थ्य वैज्ञानिक हैं। वे वर्तमान में न्यू इंग्लैंड कॉम्प्लेक्स सिस्टम्स इंस्टीट्यूट में कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख हैं।