ग़ाज़ीपुर:सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने निर्देश पर 9 सदस्यों का पैनल बुधवार को मरदह गांव पहुँचा।
मरदह में रामलीला विवाद में झगड़े में गिरफ्तार युवक की थाने में पिटाई और दबिश के दौरान पुलिस की अराजकता के खिलाफ सपाइयों ने आक्रोश जताया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से गठित नौ सदस्यीय पैनल ने बुधवार को मरदह में पीड़ितों का हाल जाना। पुलिसिया बर्बरता के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, राजभर बस्ती में पुलिस की पिटाई के शिकार बंटी राजभर का हाला जाना। पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया कि सरकार बनने पर हर संभव मदद होगी और दोषी तत्कालीन इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिसकमियों के निलंबन की मांग की।
बुधवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सिंह के नेतृत्व में विधायक वीरेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष रामधारी यादव समेत नौ सदस्यों ने मरदह पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की। पैनल के सदस्यों ने राजभर बस्ती में जाकर पुलिस द्वारा दबिश से प्रभावित परिवारों से विवरण जाना, घरों के अंदर तोड़फोड़ और नाराजगी देखी। महिलाओं ने आंसुओं के बीच अपने शरीर पर चोट के निशान दिखाएं तो नेताओं के रोंगटे खड़े हेा गए। बताया कि पुलिसकर्मियों ने पुरुषों के नहीं मिलने पर मरणासन्न होने तक पिटाई की।
उनके पैरों में गिरकर महिलाएं गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने रहम नहीं की। पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने पीड़ितों को भरोसा दिलाया किसी भी हाल में उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। अब सपा इस अन्याय की लड़ाई में ढा़ल बनकर खड़ी हो गई है जिसे सरकार पार नहीं कर सकती। उन्होंने जेल में बंद लोगो की जमानत करवाने सहित दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया। इस दौरान जंगीपुर विधायक डा. वीरेंद्र यादव, पूर्व विधायक कालीचरण राजभर, जिलाध्यक्ष रामधारी यादव, पूर्व प्रमुख विजय यादव, महेन्द्र चौहान, विधानसभा अध्यक्ष जैहिंद यादव, चन्द्रशेखर यादव, डा. सांनद सिंह आदि मौजूद रहे।
ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि पुलिस गांव के लोगों का दरवाजा तोड़कर लोगों को बर्बरता पूर्वक पीटने और महिलाओं को अपमानित करने का काम किया है। पुलिस की निर्मम पिटाई से महिलाओं के शरीर का कोई अंग नहीं बचा है, जहां चोट का निशान न हो, महिलाओं के शरीर पर ऐसी जगहों पर भी चोट है, जिसे देखना और दिखाना संभव नहीं था। पुलिस द्वारा दरवाजा, खिड़की और उनके छप्पर गिरा दिए गये है। पुलिस ने बर्बरता की इंतहा कर दी है। मरदह कांड में निर्दोष लोगो के उत्पीड़न को सपा किसी भी हाल में बर्दास्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि घटना के दोषी एसओ समेत सभी पुलिसकर्मियों के निलंबन नहीं किया गया तेा सपा सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होगी।