लंदन। सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज़ के वाइस चेयरमैन श्री विशाल अग्रवाल ने यूनाइटेड किंगडम के प्रतिष्ठित हाउस ऑफ लॉर्ड्स एवं ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय औद्योगिक संगोष्ठियों में भारत का प्रतिनिधित्व कर देश का मान बढ़ाया।

अपने संबोधन में उन्होंने भारत में एफएमसीजी के बेवरेज, डिस्टलरी सेक्टरो में हो रहे तकनीकी बदलाव, युवाओं के लिए एआई आधारित नई संभावनाओं, तथा पैकेजिंग उद्योग में नवाचार पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि सुपीरियर ग्रुप कैसे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए नवोन्मेषी उत्पाद विकसित कर रहा है तथा कैसे समूह ने मात्र ₹5 में उच्च गुणवत्ता वाला फ्रूट जूस लॉन्च कर ग्रामीण उपभोक्ताओं तक पोषण एवं गुणवत्ता दोनों पहुंचाने की पहल की।
श्री विशाल अग्रवाल ने आगे कहा कि समूह ने जम्मू–कश्मीर के कठुआ में बैकवर्ड इंटीग्रेशन मॉडल के तहत एक अत्याधुनिक पैकेजिंग प्लांट की स्थापना की है, जो स्थानीय रोजगार और क्षेत्रीय औद्योगिक विकास को मजबूत करेगा। उन्होंने ग्रीन एनर्जी, क्लीन भारत, हरित भारत, स्वच्छ भारत, एवं स्वस्थ भारत की परिकल्पना को आगे बढ़ाते हुए यह भी बताया कि ये पहल भारत के सतत विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी एथेनॉल परियोजना में सुपीरियर ग्रुप के योगदान पर भी प्रकाश डाला तथा केंद्रीय मंत्रियों के नेतृत्व में चल रही विभिन्न औद्योगिक एवं तकनीकी योजनाओं पर विस्तार से जानकारी साझा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश आज तेजी से औद्योगिक विकास की नई ऊँचाइयों को छू रहा है।
आज सुपीरियर ग्रुप मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, जम्मू–कश्मीर, बिहार, दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है और अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में स्थापित करने के लिए सतत प्रयासरत है।
समूह के सीईओ श्री आशीष सेठी ने लंदन में भारत के औद्योगीकरण पर प्रकाश डालने के इस अवसर पर गहरी प्रसन्नता व्यक्त की। वहीं प्रबंध निदेशक श्री मनीष अग्रवाल ने कहा कि समूह अपने चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन के दूरदर्शी एवं सशक्त नेतृत्व में निरंतर नई उपलब्धियों को प्राप्त कर रहा है।
समूह के सीएचआरओ एवं कॉर्पोरेट अफेयर्स हेड डॉ. सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि वाइस चेयरमैन द्वारा वैश्विक मंच पर भारत के औद्योगिक एवं तकनीकी विकास का जो सारगर्भित और प्रभावी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है, उससे यह स्पष्ट है कि भारत अत्यंत शीघ्र औद्योगिक प्रगति की नई ऊँचाइयों को प्राप्त करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत का युवा वर्ग शिक्षा के साथ–साथ तकनीकी ज्ञान में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है और नई औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

















































































































































































































































































































































































































































