पूरी तरह से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से बनी फिल्म, चिरंजीवी हनुमान – द इटरनल, सिनेमाघरों में रिलीज़ होने की घोषणा हो गई है, जिससे विक्रमादित्य मोटवानी की लंबे समय से व्यक्त की जा रही चिंताएँ कि सिनेमा में रचनात्मकता पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता हावी हो रही है, एक वास्तविकता सी लगने लगी है। फिल्म निर्माता ने इस चिंता को उजागर करने के लिए आगे आए हैं।राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता राजेश मापुस्कर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से निर्मित भारत की पहली सिनेमाई फिल्म चिरंजीवी हनुमान-द इटरनल का निर्देशन करेंगे। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह फिल्म भगवान हनुमान की पौराणिक कथा पर आधारित होगी। मराठी फिल्म वेंटिलेटर के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले और “मुन्नाभाई एमबीबीएस” व “लगे रहो मुन्नाभाई” जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक के रूप में काम कर चुके मापुस्कर ने कहा कि “चिरंजीवी हनुमान-द इटरनल” में एआई का भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा

उन्होंने एक बयान में कहा, “मुझे सिनेमा में विभिन्न शैलियों का इस्तेमाल करना पसंद है और जनरेटिव एआई जैसी प्रगतिशील तकनीक का उपयोग करके फिल्म बनाना मेरे लिए बहुत रोमांचक होगा। भगवान हनुमान की कहानी कालातीत है, शक्ति, भक्ति और उद्देश्य से परिपूर्ण है। ऐसी फिल्म का निर्देशन करने का दुर्लभ अवसर मुझे मिला है। इस फिल्म में भारत की आध्यात्मिक विरासत प्रदर्शित की जाएगी और इससे फिल्म निर्माण का भविष्य तय होगा।” यह फिल्म 2026 में हनुमान जयंती के अवसर पर प्रदर्शित की जाएगी।

भारत की पहली पूर्ण एआई-निर्मित फिल्म, ‘चिरंजीवी हनुमान – द इटरनल’, की घोषणा हो गई है, जिसका निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता राजेश मापुस्कर करेंगे। यह फिल्म भगवान हनुमान की पौराणिक कथाओं पर आधारित होगी और 2026 में हनुमान जयंती पर रिलीज होगी, जो सिनेमा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बढ़ते प्रभाव को दर्शाएगी।

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