गूगल मैप के सहारे रास्ता सफर करना अब खतरनाक होता जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिनमें कार सवार गूगल मैप के बताए रास्ते पर गए और उनको मौत का सामना करना पड़ा। ताजा केस गोरखपुर से सामने आया है। यहां देर रात एक युवक पार्टी करने के बाद अपने गांव वापस निकला। गांव की जगह वह रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। तभी सामने से तेज रफ्तार में मालगाड़ी आते देख कार सवार के होश उड़ गए। उसकी किस्मत अच्छी थी कि ट्रेन के ड्राइवर ने समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगा दी वर्ना कुछ भी हो सकता था। बिहार के गोपालगंज में रहने वाले आदर्श राय अपने दोस्तों के साथ यूपी के गोरखपुर पार्टी करने आए थे। देर रात एक बजे पार्टी करने के बाद सभी कार से वापस लौटने लगे। आदर्श ने गूगल मैप पर अपने गांव गोपालपुर का नाम डाला तो उसने बिहार के गोपालपुर की जगह गोरखपुर के गोपालपुर की लोकेशन दिखा दी। यह लोकेशन डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन और जगतबेला स्टेशन के बीच है। आदर्श और उसके दोस्तों ने यह ध्यान नहीं दिया कि वे बिहार के बजाय यूपी के गोपालपुर जा रहे हैं।
आदर्श अपने दोस्तों के साथ गूगल मैप के बताए रास्ते पर बढ़ता रहा। गूगल मैप के लोकेशन ने उसे एक पगडंडी से होते हुए रेलवे ट्रैक तक पहुंचा दिया। आदर्श रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश करने लगा। इस दौरान कार का पहिया पत्थरों में फंस गया। इसी समय सामने से तेज रफ्तार मालगाड़ी आती दिखाई थी। कार में बैठे आदर्श और दोस्तों की हालत खराब हो गई। लोको पायलट को जैसे ही ट्रैक पर कार खड़ी दिखाई थी, उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर मालगाड़ी रोक दी।