

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऑटो चालक के वेश में लूट का अनोखा पैटर्न सामने आया है। लुटेरे ऑटो चालक के वेश में यात्रियों को अपना शिकार बनाते हैं। रोड खराब है या बंद है, जैसा बहाना बनाकर लूट के कांड को अंजाम दिया जा रहा है। इस प्रकार की वारदातों ने ऑटो चालकों की अपनी पहचान को भी खराब कर दिया है। कहा जाने लगा है कि शहर में ऑटो चालकों के वेश में अपराधी घूम रहे हैं, जो सवारियों को गलत रास्ते पर ले जाकर लूटपाट और मारपीट करते हैं। पिछले एक साल में ऐसे 50 से अधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें यात्रियों को सुनसान जगह पर ले जाकर लूटा गया।
पुलिस के अनुसार, ऑटो चालकों का गिरोह चारबाग रेलवे स्टेशन, आलमबाग, रायबरेली रोड और अयोध्या रोड पर विशेष रूप सक्रिय रहता है। इसके अलावा पॉलिटेक्निक चौराहा, कमता, मटियारी, आलमबाग बस अड्डा, अवध चौराहा, मोहनलालगंज, चारबाग बस अड्डा, हुसड़िया चौराहा, तेलीबाग चौराहे पर विशेष रूप से रात के समय ऐसे गिरोह अधिक सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं। जहाँ दूर से आये यात्रियों के साथ लूट-पाट और मार-पीट जैसी घटनाएं हुई हैं।
घटना एक: बलिया की संस्कृति राय का 21 जून 2018 को मर्डर का मामला सामने आया था। दरअसल, संस्कृति गुडंबा से पॉलिटेक्निक के लिए ऑटो ली थी। ऑटो चालकों ने उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम देकर उसकी हत्या कर दी। इस मामले में भी आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी।
घटना दो: हुसैनगंज से विभूतिखंड ट्यूशन पढ़ाने निकली अध्यापिका के अपहरण का मामला अक्टूबर 2022 में आया था। ऑटो सवारों ने अध्यापिका को कठौता झील के पास किडनैप कर लिया। फिनिक्स पलासियो मॉल के पास उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। मृत समझकर अध्यापिका को हुसड़िया चौराहे पर फेंक दिया। हलाकि पुलिस ने इस मामले में ऑटो चालक इमरान को बहराइच के नानपारा से अरेस्ट कर लिया था।
घटना तीन: पंचम खेड़ा के मेडिकल स्टोर संचालक देव रंजन तिवारी से 4 जून 2024 को लूट की घटना घटी थी। चारबाग जंक्शन जाने के लिए ऑटो में बैठे मेडिकल स्टोर संचालक से रात 10 बजे लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। इसके बाद लुटेरों ने उन्हें जमकर पीटा। इस मामले में मेडिकल स्टोर संचालक 55 दिनों तक पीजीआई, कैंट और हुसैनगंज थाने के चक्कर केवल केस दर्ज कराने के लिए काटते रहे थे।
ऑटो चालकों के गिरोह के सदस्य यात्रियों को सुनसान रास्ते पर ले जाकर लूटपाट करते हैं। कुछ मामलों में यात्रियों के साथ मारपीट और हिंसा की घटनाएं भी हुई हैं। हाल ही में सीतापुर के एक व्यक्ति के साथ लूटपाट और मारपीट की गई, जिसमें उसे गंभीर चोटें आईं।पुलिस उपायुक्त अपराध कौशल कुमार दीक्षित ने कहा कि सभी ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन कराया जाएगा ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके। साथ ही यात्रियों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि अधिकांश मामलों में आरोपियों की पहचान हो चुकी है। उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है।