
इस दौरान ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए 1560 स्लीपर बदले जाएंगे। और साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 42 दिनों तक रूट की 39 ट्रेनों के रूट में बदलाव रहेगा।
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम ने बताया कि साल 1996 में आखिरी बार ट्रैक की मरम्मत हुई थी। इसके बाद अब काम हो रहा है।
42 दिनों तक चलने वाले काम के दौरान झांसी, मुंबई, पुणे, गोरखपुर आदि रूटों की नीलांचल, शताब्दी सहित 74 ट्रेनों का संचालन बाधित रहेगा। वहीं, नौ ट्रेनें निरस्त करने के साथ ही 17 को डायवर्ट किया गया है। लखनऊ से कानपुर तक का ट्रैक, मई तक हाईस्पीड हो जाएगा।
इस रूट पर कई नई ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित है। मिशन रफ्तार के तहत कई काम करवाए जा चुके हैं। वहीं, अब गंगा पुल की मरम्मत का काम शुरू हुआ है। इसकी वजह से लखनऊ-कानपुर रूट पर चलने वाली ट्रेनें 20 मार्च से 30 अप्रैल तक प्रभावित रहेंगी।