1920 हॉरर्स ऑफ द हार्ट का डरावना ट्रेलर आया सामने, 23 जून से सिनेमा घरो में दिखेगी फिल्म

डे नाईट न्यूज़ एक बार फिर से बड़े पर्दे पर खौफ का मंजर फैलने वाला है। एक बार फिर से हॉरर मचाएगा डर का माहौल और सिनेमाघरों में दर्शकों के पसीने छूट जायेगे। क्योंकि हॉरर फिल्मों के जरिये एक अलग पहचान बना चुके विक्रम भट्ट एक बार फिर से अपने लय में वापसी करने आ चुके हैं। उन्होंने अपनी नेक्स्ट फिल्म 1920-हॉरर्स ऑफ़ द हार्ट का दिल की धड़कने बढ़ा देने वाला ट्रेलर रिलीज कर दिया है। जो की फैंस के दिलो में वापस से वही डरावना माहोल फीर लेके आ सकता है।

महेश भट्ट और आनंद पंडित ने डॉ. राज किशोर खवारे की सहायता से विक्रम भट्ट प्रोडक्शन की ख़ौफनाक वाली 1920 – हॉरर्स ऑफ द हार्ट डायरेक्शन किया है। कृष्णा भट्ट जो विक्रम भट्ट की छोटी बेटी है जो इस मूवी से डायरेक्शन में अपना कदम रख रही हैं। यह मूवी 23 जून 2023 को हिंदी, तमिल और तेलुगू भाषाओं में सीनेमा घरो में आने जा रही है। विक्रम भट्ट ने कहा मेरी छोटी बेटी की फिल्म को थिएटर में रिलीज होते देखना, एक पिता के तौर पर मेरे लिए दिल को छू लेने वाला क्षण है। हॉन्टेड का निर्देशन करने के बाद से कृष्णा मेरी सहायक रही हैं, उसने पिछले कुछ वर्षों से सेट पर गंभीरता से एक असिस्टेंट के तौर पर काफी मेहनत की हैं और सीखा भी हैं। उसने सेट को पूरी तरह से मैनेज किया हैं। फिल्म के एक-एक सीन को लेकर वो बहुत स्पष्ट रहती हैं। अपनी कहानी के लिए वह कैसा संगीत चाहती हैं उसके लिए भी कृष्णा काफी क्लियर रहती हैं। फिल्म को बेहतरीन रिलीज देने के लिए मैं आनंद पंडित को धन्यवाद देना चाहता हूं।

बीते सालो में आई सभी 1920 फिल्मे के पार्ट लोगो ने खूब पसंद किये और काफी प्रभवित भी हुए, इस मूवी की यही खास बात है की इस मूवी के अंदर दिखाए जाने वाले सीन लोगो के दिलो में डर का माहौल बना देते है। बता दे की इस मूवी के आने के कुछ टाइम बाद ही यह मूवी लोगो के अंदर एक दर्दनाक और खौफनाक माहौल बना चुकी थी जो की फैंस को बहुत पसंद आने लगा था, अब देखना यह है की आने वाली फिल्म 1920-हॉरर्स ऑफ़ द हार्ट लोगो के दिलो में वैसी ही जहग बना पाती है जैसे बाकि 1920 ने बनाई थी।

टीवी सीरियल ‘बालिका वधू में आनंदी के बचपन का रोल निभा चुकी अविका गौर हॉरर फिल्म ‘1920 हॉरर ऑफ द हार्टÓ से बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं। ट्रेलर में दिखाया गया है कि नदी किनारे एक आलीशान बंगला बना हुआ है। अचानक ही पार्क में लगा झूला हिलता है।
तभी अविका गौर की आवाज आती है, ‘मैं बदला लेना चाहती हूं। अपने बचपन का और अपने बाबा की मौत का। अपनी मां और उसके खुशहाल परिवार को बर्बाद करना चाहती हूं।

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