डे नाईट न्यूज़ अमरनाथ यात्रा की राह और आसान होने जा रही है। बालटाल से पवित्र गुफा को जोडऩे वाले एकमात्र रास्ते का मरम्मत का काम सीमा सड़क संगठन ने बनाने का काम शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि प्रोजेक्ट की कमान अब बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) ने संभाल ली है। इसके बाद काम युद्धस्तर पर चल रहा है।सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) 01 जुलाई को यात्रा शुरू होने से पहले 15 जून 2023 तक अमरनाथ यात्रा ट्रैक पर बहाली का काम पूरा कर लेगा। काम के दायरे में बर्फ की सफाई, ट्रैक को चौड़ा करना, सभी पैदल पुलों की बहाली, फिक्सिंग शामिल है।
इससे पहले बालटाल से पवित्र गुफा तक यात्रा ट्रैक का रखरखाव लोक निर्माण विभाग, जम्मू और कश्मीर द्वारा किया जाता था और चंदनवाड़ी से पवित्र गुफा तक का ट्रैक पहलगाम विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए रखा जाता था। रखरखाव और उन्नयन के लिए पटरियों को सितंबर 2022 में बीआरओ को सौंप दिया गया था। बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि उनकी पूरी कोशिश है कि बर्फबारी शुरू होने से पहले ज्यादातर काम पूरा कर लिया जाए। अगले साल तक इस रोड को शुरू करने की योजना है। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने कुशल कामगार और एडवांस्ड मशीनरी जुटाई है। अभी बालटाल से पवित्र गुफा तक जाने में 7 से 8 घंटे लगते हैं। भीड़ के चलते 5 घंटे ज्यादा लगते हैं। इस तरह पूरा दिन लग जाता है।
नई चौड़ी रोड बनने से श्रद्धालु 4-5 घंटे में गुफा पहुंच सकेंगे। बालटाल और पवित्र गुफा के बीच की दूरी करीब 13.2 द्मद्व है। बीच में डोमेल, बरारी और संगम आते हैं। बालटाल से डोमेल 2.75 द्मद्व आगे है। यहां खड़ी चट्टानें और घाटियां हैं, जो इसे खतरनाक बनाती हैं। रोड बनने के बाद यात्रा सुरक्षित और आनंददायक हो जाएगी। सैकड़ों श्रमिक दर्जनों मशीनों के जरिए 10-12 घंटे एक साथ कई जगह काम कर रहे हैं। अब तक 3.8 द्मद्व के शुरुआती हिस्से की कटिंग हो चुकी है। डोजर, रॉक ब्रेकर आदि भी लगाए गए हैं। डोमेल के आगे ऐसे भारी उपकरण और मशीनरी पहले कभी इस्तेमाल नहीं किए गए। 9 द्मद्व के रास्ते पर काम बाकी है। मशीनों के आगे बढ़ते ही यहां भी काम शुरू होगा।