संतकबीरनगर: गवई चुनावी राजनीति की चक्की में पीसने को मजबूर पीड़ित, ग्राम प्रधान ने नही की कोई मदद

डे नाईट न्यूज़ ग्रामीण इलाके के गावों को हाईटेक सुख सुविधाओं से लैस करने के लिए तथा सरकार के द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी व जनकल्याणकारी योजनाओ का लाभ सबको मिले इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दिन रात एक कर उसे साकार करते हुए धरातल पर उतरने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही हैं। लेकिन ब्लॉक के जिम्मेदार तथा गावो में जन प्रतिनिधियों के मनमानी रवैए से इसका खामियाजा गर्मी जनता को भुगतना पड़ रहा हैं।

एसडीएम के द्वारा जारी किए गए आदेश के बावजूद जिम्मेदार अपनी मनमानी करने पर उतारू हैं जिसके जलते आपसी विवाद बढ़ते बढ़ते एक बड़े घटना तथा हादसे का रूप ले लेता हैं । जिससे ग्रामीणों को काफी मुस्किलो तथा नुकसान का सामना करना पड़ता हैं हादसा होने के उपरांत जिले के उच्च अधिकारी नींद से जागते हैं और आनन फानन में कार्यवाही की जाती हैं
ऐसा ही एक मामला यूपी के संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद तहसील अंतर्गत सबसे बड़े ब्लॉक सेमरियावा क्षेत्र के मुड़ा डीहा वेग गांव का हैं जहा के विनोद यादव पुत्र राम नयन यादव ने एसडीएम खलीलाबाद को लिखित शिकायती पत्र सौंपते हुए समस्या के निस्तारण हेतु न्याय की गुहार लगाई हैं।

पीड़ित ग्रामीण विनोद यादव का आरोप हैं की हमारे घर के बगल में रहने वाले पड़ोसि मनबढ़ तथा दबंग किस्म के लोग हैं। जिनके द्वारा जबरिया ग्राम समाज के नाले को बंद कर दिया गया हैं मेरे घर का गंदा पानी जो नाब दान के द्वारा ग्राम समाज के सरकारी नाले में गिराने व बहाने से मना किया जा रहा हैं। जबकि पूरे गांव का गंदा पानी उक्त नाले में गिराया जा रहा हैं। पीड़ित ग्रामीण विनोद यादव का कहना हैं की मेरे घर के सामने पूरे गांव का पानी इकट्ठा हो रहा हैं जिससे बदबू फैल रही हैं और गांव में संक्रामक रोगी के फैलने का खतरा बढ़ रहा हैं मैं और मेरा पूरा परिवार बाहर यानी मुंबई में रह कर रोजी रोटी जुटने का काम करते हैं मेरे इस पुस्तैनी मकान में मेरे माता पिता ही मौजूद रहते हैं।

मनबढ़ तथा दबंग किस्म के विपक्षी गणों के द्वारा पुरानी रंजिश को ले कर प्रायः झगड़ा मारपीट करने पर आमादा रहते हैं। इसलिए एसडीएम खलीलाबाद से हमरी दरख्वास्त हैं की मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मेरे घर का नाबदान तथा नाले के पानी को खुलवाया जाना न्यायहित में हैं ।अगर इस प्रकरण को ले कर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो कोई बड़ी अप्रिय घटना हो सकता हैं जिसके जिम्मेदार ब्लॉक तथा जिले के अधिकारी होंगे।
वही इस संदर्भ में ग्राम प्रधान से फोन पर जानकारी ली गई तो प्रधान ने साफ लहजे में कहा की हमे इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं हैं ।

ग्रामीण सूत्र बताते हैं की ग्राम प्रधान गांव में नही रहते वो खलीलाबाद में निवास करते हैं। ग्राम प्रधान के चहेते व चार प्रतिनिधि गांव की बागडोर संभाले हुए हैं । ग्राम प्रधान कभी कभी गांव में आते हैं। ग्राम प्रधान के गांव से बाहर निवास करने से अब ऐसे में ग्रामीणों को न्याय कैसे मिले। सूत्र तो ये भी बताते हैं की महिला ग्राम प्रधान के अलावा चार लोग ग्राम प्रधान का नेतृत्व करते हैं। अब ऐसे में ग्रामीणों की फरियाद कौन सुने। इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी विनोद मणि त्रिपाठी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका सरकारी नंबर नही उठा। जिम्मेदारों से कोई क्या उम्मीद करे।

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