प्रयागराज: अतीक और अशरफ के चालीसवें पर नहीं आया कोई करीबी

डे नाईट न्यूज़ माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के चालीसवां पर आज बृहस्पतिवार को कब्रिस्तान में उसका कोई भी करीबी यह रिश्तेदार नहीं पहुंचा। 

पुलिस को आशंका थी कि इन दोनों की पत्नियां शाइस्ता परवीन तथा जेनब फातिमा कब्र पर फूल चढ़ाने और फातिहा पढ़ने के लिए चकिया पहुंच सकती हैं। हालांकि दोपहर से अभी तक अतीक अहमद के निवास स्थान और कब्रिस्तान में कोई भी रिश्तेदार या करीबी भी नहीं पहुंचा। अतीक और अशरफ की कब्र पर किसी ने फूल नहीं चढ़ाया है। चकिया में निवास स्थान और कसारी मसारी में कब्रिस्तान के आसपास रहने वाले लोग इस बारे में बात करने से भी कतराते रहे।

इस्लाम धर्म में किसी की मौत पर चालीसवां किया जाता है। मौत के चालीस दिन के भीतर कब्र पर फूल चढ़ाया जाता है। परिवार के लोग कब्र पर पहुंचकर अकीदत के फूल चढ़ाते हैं और फातेहा का पाठ करते हैं। पुलिस को शक था कि 50 हजार की इनामी और माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन चोरी चुपके कब्र पर जाकर शौहर और देवर के साथ ही बेटे असद के कब्र पर फूल चढ़ा सकती है। पुलिस सुबह से ही कब्रिस्तान पर नजर बनाए रही लेकिन दोपहर बाद तक कब्रिस्तान में सन्नाटा पसरा रहा।

माफिया अतीक अहमद की पत्नी और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है। पुलिस उसकी खोजबीन कर रही है, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल रहा है। पुलिस उस पर इनाम राशि और बढ़ाने की तैयारी में है। अतीक बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है। दूसरे नंबर का बेटा नैनी जेल में है। तीसरे नंबर के बेटे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया है। चौथे और पांचवें नंबर के बेटे अहजम और आवान राजरूपपुर स्थित बाल सुधार गृह में बंद हैं। अधिकांश रिश्तेदार जेल में बंद हैं या फिर फरार चल रहे हैं।

ज्ञात हो कि अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को काल्विन अस्पताल परिसर में पुलिस कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह दोनों 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपित थे।

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