डे नाईट न्यूज़ मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक और बुरी खबर सामने आ रही है। भारत में जन्मे दो और चीता शावकों की मौत हो गई है। 3 दिन में 3 शावकों की मौत हो गई है। मादा चीता ज्वाला ने पिछले दिनों चार शावकों को जन्म दिया था। शावकों की मौत के लिए कूनो प्रबंधन ने चिलचिलाती गर्मी को जिम्मेदार बताया है। कूनो में 2 महीने के भीतर 3 शावकों समेत 6 चीतों की मौत हो गई है। अब यहां कुल 18 चीते बचे हैं।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) मध्य प्रदेश की ओर से एक प्रेसनोट जारी करके पूरी स्थिति साफ की गई है। उन्होंने कहा है कि 23 मई को एक शावक की मौत के बाद तीन शावकों और मादा चीता ज्वाला को पालपुर में तैनात डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था। दोपहर में निगरानी के दौरान शेष 3 शावकों की स्थिति सामान्य नहीं लगी। तीनों शावकों की असामान्य स्थिति और गर्मी को देखते हुए प्रबंधन ने और डॉक्टरों की टीम ने आवश्यक उपचार का फैसला किया।
2 शावकों की स्थिति अत्यधिक खराब होने की वजह से इलाज के दौरान सभी प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। एक शावक को गंभीर हालत में आईसीयू में रखा गया है। इलाज के लिए नामीबिया और साउथ अफ्रीका के सहयोगी चीता विशेषज्ञों से लगातार सलाह ली जा रही है। एक शावक वर्तमान में आईसीयू में है और स्थिति स्थिर है। मादा चीता ज्वाला को स्वस्थ बताया गया है। कूनो प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि चीता शावक कमजोर, सामान्य से कम वजन और अत्यधिक डिहाइड्रेटेड पाए गए हैं।