डे नाईट न्यूज़ शनिवार को खजराना गणेश मंदिर से मप्र कांग्रेस मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ युवा इकाई के धर्म रक्षा यात्राी निकाली। यह यात्रा खजराना गणेशम ंदिर से शुरु होकर पलासिया, गीताभवन, मधुमिलन, रीगल, राजवाड़ा, बड़ा गणपति, कालानी नगर से बिजासन माता मंदिर पहुंची। कार्यकर्ता हाथ में भगवा ध्वज लिए थे। यात्रा में शामिल हुए पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय पर कई टिप्पणियां की।
सज्जन का कहना है कि भाजपा धर्म का झूठा ढोंग रचती है। क्योंकि इनकी कथनी और करनी में अंतर है। भाजपा नेता छद्म रूप धारण करके अन्याय करते हैं। ये कहते हैं महिलाओं को सशक्त बनाएंगे लेकिन यही लोग अत्याचार करते हैं। इसे जनता समझ गई है। सज्जन ने दावा किया कि सिर्फ कांग्रेस ही धर्म की रक्षा कर सकती है और कमलनाथ ही राम राज ला सकते हैं। इंदौर में सियासी उठापटक के बीच राम, हनुमान, शिव और बजरंग दल के बाद अब हिंदुत्व की नई रेस शुरु हुई।
भाजपा के नक्श-ए-कदम पर कांग्रेस भी भगवा लेकर मैदान में कूद चुकी है। खजराना गणेश मंदिर से शुरु हुई कांग्रेस की धर्म रखा यात्रा में कांग्रेसी भगवामय नजर आए। कांग्रेस की इस धर्म रक्षा यात्रा का मकसद हिंदुत्व को जगाना और मठ-मंदिरों का संरक्षण करना है। लेकिन क्या वाकई सनातन धर्म असुरक्षित है? सवाल यह है कि क्या हिंदुत्व के एजेंडे पर कांग्रेस भी दांव आजमाना चाहती है। क्या 2023 के चुनाव में धर्म की एंट्री से जीत की जा सकती है।
मध्यप्रदेश चुनाव 2023 से पहले भाजपा-कांग्रेस अपने आप को सनातनी साबित करने में हुटे हैं। बीते दिनों बजरंग दल बैन को लेकर भाजपा ने युद्ध घोष किया था। अब कांग्रेस धर्म रक्षा यात्रा निकाल रही है। लेकिन इस धर्म रक्षा यात्रा का असली मकसद क्या है? क्या मध्यप्रदेश में सनातन धर्म असुरक्षित है?