डे नाईट न्यूज़ घर की परिस्थितियों को देखकर नौकरी के लिए प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने की मंशा रखने वाले असुरारी पटेल सहित अन्य कई युवाओं को उम्मीद नहीं थी कि एक दिन उनका यह सपना आसानी से पूरा होता नजर आएगा, क्योंकि एक समय था जब इन्होंने कोचिंग सहित अपनी अन्य इच्छाओं को दफन करने और कुछ भी छोटे मोटे व्यवसाय को अपनाने या फिर प्राइवेट जॉब करके अपना जेब खर्च निकालने के लिए सोच लिया था, लेकिन छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बेरोजगारी भत्ता योजना शुरू किए जाने के पश्चात ऐसे अनेक युवाओं के सपनों को पंख लग गए हैं, जो कही से हर माह कुछ रुपए मिल जाने पर अपनी छोटी जरूरतों को पूरा करने की उम्मीद पाले हुए थे। बेरोजगारी भत्ते की यह राशि उन्हें एक नई डगर पर ले जाने के साथ उनके कैरियर को संवारने में भी मददगार बन रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य में एक अप्रैल से लागू हुई बेरोजगारी भत्ता योजना अनेक युवाओं के कैरियर को एक नया मुकाम देने में मददगार बन गया है। घर की परिस्थितियों की वजह से ग्रेजुएशन नहीं कर पाए नदियाखार वार्ड में रहने वाले असुरारी पटेल ने 12वीं के बाद कम्प्यूटर का कोर्स किया है। उन्होंने रोजगार कार्यालय में अपना पंजीयन कराने के पश्चात पुलिस सहित वन विभाग आदि की परीक्षा के लिए तैयारी शुरू की है। असुरारी पटेल ने बताया कि घर की परिस्थितियों को देखकर वह आगे नहीं पढ़ पाया। उनकी इच्छा है कि कुछ अच्छी नौकरी कर परिवार का सहयोग करें, लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए किताबें और कोचिंग की जरूरतों को वह पूरा नहीं कर पा रहा था।
अब जबकि उन्हें छत्तीसगढ़ शासन की बेरोजगारी भत्ता योजना से दो हजार की राशि मिलने लगी है तो इस राशि से वह प्रतियोगिता परीक्षा के लिए जरूरी किताबें खरीद पाता है। उन्होंने बताया कि जल्दी ही वह कोई कोचिंग क्लास जॉइन कर अपनी तैयारी को और भी बढ़ाएगा। शहर के पोड़ीबाहर वार्ड में रहने वाली प्रिया दुबे के लिए भी बेरोजगारी भत्ते की राशि एक बड़ा सहारा बन गई है। ग्रेजुएशन के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में जुटी प्रिया ने बताया कि जरूरत के लिए और घर में सहयोग के लिए उन्हें भी