डे नाईट न्यूज़ आने वाले दिनों में जल्द ही प्रदेश के सैकड़ों जेलों में सजा काट रहे कैदियों की थालियों में मोटे अनाज से बना भोजन देखने को मिलेगा। ऐसा इसलिये संभव दिख रहा है क्योंकि मौजूदा समय में देश-प्रदेश में वृहद स्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष यानी मोटे अनाज का वर्ष मनाया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि इसकी सार्वजनिक पहल खुद पीएम मोदी ने की है और सूबे में सीएम योगी ने भी इससे संंबंधित विभागों को मोटे अनाज के अधिकाधिक उत्पादन व इसकी खेती के संरक्षण व बढ़ावा को लेकर कई स्तर से निर्देश भी दिये हैं।
वहीं दूसरी तरफ देखा जाये तो यूपी के फतेहगढ़ (फर्रूखाबाद) जिला कारागार ने कैदियों के बेहतर खानपान के दृष्टिगत पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिये इस जिला कारागार को एफएसएसएआई द्वारा कैदियों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के लिए फाइव स्टार रेटिंग का प्रमाण पत्र भी मिला है। इस जिला कारागार की दशादिशा में जो यह गुणात्मक सुधार देखने को मिला है, उसमें इस मिशन की अगुवाई करने वाले जेल अधीक्षक जिला कारागार फतेहगढ़ भीमसेन मुकुंद की अहम भूमिका है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों अभी जब उन्हें राजभवन में आयोजित एक खास स्क्रीनिंग समारोह में बुलाया गया था तो उन्होंने जेलों में कैदियों के खानपान में मोटे अनाज के प्रयोग पर बल दिया था जिसकी गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने प्रशंसा भी की।
श्री मुकुंद ने बताया कि गवर्नर मैडम, यह भी आश्वस्त किया था कि वो मोटे अनाज को मिड डे मील और गरीब राशन योजना में शामिल किये जाने पर विचार कर रहीं। जेल अधीक्षक का कहना है कि इस पहल से एक तो मोटे अनाज की डिमांड व सप्लाई के बीच जो खाई है वो पटना शुरू होगी और दूसरे इसकी खेती से जुडेÞ मध्यम वर्गीय व छोटी जोत वाले किसानों की आय में भी दिन प्रतिदिन इजाफा होगा। आगे अपने जिला कारागार की अन्य उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि हमारे यहां खराब हो चुके कंबल को रीयूज करके निराश्रित गायों के लिए काऊ कोट का निर्माण किया गया। इसको लेकर पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में इनके कार्य की सराहना की। आगे बताया कि फतेहगढ़ जिला कारागार में एलईडी बल्ब का निर्माण ब्लॉक प्रिंटिंग रामनामी पटके भी बनवाए जा रहे हैं।
उपरोक्त कार्यों को लेकर प्रसार भारती द्वारा दिल्ली में कराया गया कार्यक्रम में आमंत्रित भी किया गया। वहीं मन की बात के100 एपिसोड राजभवन उत्तर प्रदेश में गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने भी 30 अप्रैल को उन्हें सम्मानित किया। इसी क्रम में इन्हें दिल्ली समारोह में जाने से पूर्व डीजी जेल डॉ. एसएन साबत ने उन्हें सम्मानित भी किया था। वहीं श्री मुकुंद ने यह भी कहा केवल प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न जेलोें में सजा काट रहे तकरीबन छह लाख कैदियों के लिये मोटे अनाज की योजना को लागू किया जा सकता है।
प्रदेश के जेलों में कैदियों को परोसे जाने वाले भोजन में मोटे अनाज से बनी खानपान सामग्री शामिल किया जाना, एक स्वागत योग्य कदम साबित होगा। विदित है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी मोटे अनाज के दैनिक प्रयोग को लेकर काफी गंभीर हैं और इससे जुड़ी तमाम योजनायें भी चलायी जा रही हैं। जेलों में यह व्यवस्था जल्द ही शुरू की जायेगी, इस पर मंथन करेंगे।’
-: धर्मवीर प्रजापति, कारागार मंत्री उप्र सरकार