डे नाईट न्यूज़ उत्तराखंड में प्रसिद्ध केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए भक्तों की भीड़ लगातार बाबा के दरबार पहुंच रहे है। वहीं मौसम खराब होने की वजह से चार धाम यात्रा में फिर रुकावट पैदा हो गई है। लेकिन बारिश, बर्फबारी और ठंड भी लोगों के कदम रोक नहीं पाई है और इन सब पर आस्था भारी पड़ रही है। चारधाम में यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन वह फिर भी बाबा के दरबार की तरफ जा रहे हैं। लगातार चारधाम में पहुँच रहे श्रद्धालुओं को हेल्थ इश्यू के कारण अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है।
मंत्री पेमचंद अग्रवाल ने चारधाम यात्रा रूट पर आने वाली सभी नगर निकाय के अधिकारियों के साथ बैठक की है। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शहरी विकास के प्रोजेक्ट्स को पहाड़ी शैली में बनाया जाए, साथ ही चार धाम यात्रा के लिए सभी निकायों को हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए हैं। अब तक चार धाम यात्रा पर 5 लाख से अधिक श्रद्धालु कर पहुंच चुके हैं। केदारनाथ में सोमवार को 16 हजार यात्री पहुंचे थे। वहीं, बद्रीनाथ धाम में दस हजार लोगों ने दर्शन किए हैं। केदारनाथ के लिए मंगलवार को 23 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। इस बार बदरीनाथ धाम में रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। हर दिन 13000 से भी अधिक तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। अभी तक 1,32,552 तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम पहुंच चुके हैं।
उत्तरकाशी जनपद में यात्रा के दौरान 17 यात्रियों की मौत हुई है। इनमें से ह्रदय गति रुकने से 15 लोगों की मौत हुई है। यमुनोत्री में 9, गंगोत्री में 6 भक्तों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। यमुनोत्री धाम में दो यात्री की चोटिल हो गए थे, जिनकी बाद में मौत हो गई। केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण पर अब 15 मई तक रोक लग गई है। संयुक्त निदेशक पर्यटन योगेंद्र गंगवार ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। 15 तक नए पंजीकरण पर रोक रहेगी, लेकिन जो यात्री पहले पंजीकरण कर चुके हैं, वे यात्रा कर सकेंगे। बता दें कि 13 मई तक केदारनाथ के लिए 1।45 लाख यात्री पंजीकरण करा चुके है।