मीरजापुर। लालगंज तहसील अंतर्गत समुदायिक स्वास्थ केंद्र लालगंज में ईलाज के लिए आने वाले मरीजों को अस्पताल में तैनात चिकित्सक डा ऋचा, डा मनिंदर सिंह द्वारा बाहरी मेडिकल स्टोर से अत्यधिक महंगी दवा लिखकर आर्थिक शोषण किया जा रहा है। सरकार द्वारा प्रत्येक जिले के मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, महिला अस्पताल के साथ ही समस्त सीएचसी तथा पीएचसी का कायाकल्प कर उनको हाईटेक करने के साथ ही व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त करने के दिशा निर्देश जारी दिए गए हैं। दवा जांच टीकाकरण की उपलब्धता पर विशेष बल दिया जा रहा है किंतु सरकार के कुछ नुमाइंदे ही सरकारी मंशा को ठेंगा दिखाकर कमीसन की रोटी सेंकते नजर आ रहे हैं। बात मीरजापुर की करें तो जनपद के लालगंज सीएचसी में रोजाना करीब तीन सौ मरीज इलाज के लिए आते है जिनकी बेहतर व्यवस्था तथा शासन के मंशानुरूप दवा इलाज के लिए तेज तर्रार ईमानदार चिकित्सा अधीक्षक डा संजय सिंह दिन रात अथक प्रयास में लगे रहते हैं, किंतु सीएचसी लालगंज में तैनात पति पत्नी डा ऋचा सिंह व डा मनिंदर द्वारा अधीक्षक की मेहनत पर पानी फेरते हुए तथा सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाकर मरीजों को बाहर की दवा लिखकर उनका जमकर शोषण किया जाता है। सूत्रों के अनुसार डा साहब द्वारा शुभम नामक एक दवा कंपनी के प्रतिनिधि से मिलकर उसी के कंपनी की दवा पास के एक मेडिकल पर रखवाकर धड़ल्ले से लिखकर बिचवाया जाता है। मरीजों को अलग कोरे कागज पर कोड वर्ल्ड में दवा लिखकर मेडिकल स्टोर का नाम बताकर खरीदने के लिए कहा जाता है। इलाज के लिए आए राधा देवी ने बताया की मैडम द्वारा उनको दवा लिखकर बाहर से लाने के लिए बोला गया। बाहर के मेडिकल पर से लगभग सात सौ की दवा खरीदना पड़ा. इसी तरह एक और मरीज ने बताया की डा ऋचा द्वारा शहर के एक नामचीन पैथालॉजी से जांच कराकर दिखाने के लिए बोला गया है। कहने के लिए तो परिसर मे प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र भी संचालित हो रहा है तथा बाहर की दवा लिखने पर पूर्णतया रोक है बेहद जरूरी दवा के लिए जन औषधि केंद्र शुरू किया गया है किंतु डॉक्टर साहब की हठधर्मिता के चलते वो भी उपेक्षा का शिकार हो रहा है।